देश में ‘वायु प्रदूषण’ को कम करने के लिए सरकार प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है – प्रकाश जावडेकर

भारत के कई राज्यों में वायु प्रदूषण बढता जा रहा है ऐसे में इसे लेकर देश के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि केंद्र सरकार वायु प्रदूषण को कम करने के लिए हर मोर्चे पर लगातार काम कर रही है।

वही देश के उत्तरी भागों विशेषकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार स्रोत के स्तर, चाहे वह उद्योग हो या थर्मल पावर स्टेशन, वाहन प्रदूषण, भवन निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट या डंठल जलाना, जो प्रदूषण पैदा करने के प्रमुख स्रोत हैं पर कार्रवाई करके वायु प्रदूषण को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार वायु प्रदूषण की समस्या को समाप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करना जारी रखेगी और इस संबंध में सभी संभावित प्रौद्योगिकीय उपायों को प्रोत्साहित करेगी।

साथ ही उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के पूसा संस्थान ने विघटित करने की एक ऐसी तकनीक का प्रदर्शन किया है, जो मलबे को खाद में परिवर्तित करती है और इसे दिल्ली सहित पांच राज्यों में पायलट आधार पर प्रयोग किया जा रहा है और इसका परीक्षण जारी है। उन्होंने कहा कि यह तकनीक फसल के अवशेषों को खत्म करने में मदद करेगी और सस्ती भी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में हमारे पास डंठल जलाने से उत्पन्न प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए अंदरुनी और बाहरी दोनों ही तरीके मौजूद होंगे।

बता दे कि भारत द्वारा ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के रास्ते पर आगे बढ़ने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए सौर ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है और एक “आत्मनिर्भर भारत” के लक्ष्य को मजबूती देने के उद्देश्य से हमें स्वच्छ ऊर्जा के लिए इसके अक्षय संसाधनों के दोहन की नई तकनीकों को और आगे विकसित करने की जरूरत है।

ऐसे में उन्होंने ने आगे कहा कि भारत सरकार देश में विद्युत चालित वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने का निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि देशभर के 122 शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम भी तैयार किया गया है।

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