आज भारत सरकार की तरफ से एक बड़ा फैसला लिया गया, केंद्र ने यूक्रेन में युद्ध के बाद फंसे भारतीय नागरिकों की सकुशल वापसी जारी है। अभी भी यूक्रेन और रोमानिया को पोलैंड बॉर्डर पर हजारों भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। केंद्र सरकार ने छात्रों को बुलाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत अभियान चलाया हुआ है। अभी तक यूक्रेन से डेढ़ हजार नागरिकों की सकुशल वतन वापसी हो चुकी है।
वही इस बीच सोमवार सुबह रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर हाई लेवल बैठक की। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल भी मौजूद थे। इस मीटिंग में पीएम मोदी ने अपने चार मंत्रियों को भारतीय नागरिकों को लाने के लिए जिम्मेदारी दी है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह निकासी मिशन के समन्वय और छात्रों की मदद करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे।
ऐसे में नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया रोमानिया और मोलदोवा जाएंगे। वहीं किरेन रिजिजू स्लोवाकिया, हरदीप सिंह पुरी हंगरी और वीके सिंह पोलैंड रवाना होंगे। यूक्रेन से 249 भारतीयों को लेकर पांचवी फ्लाइट दिल्ली पहुंची । यह फ्लाइट रोमानिया से दिल्ली के लिए रविवार रात उड़ी थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।