देहरादून/अंजना : मौजूदादौर में विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन भारत में किसी बड़े त्योहार से कम नही होता है। पिछ्ले 10 सालो से 17 सितम्बर को भारत में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही आम जनता भी इस दिन को बड़े धूम धाम से मनाती है। अब बात करते है इस दिन को खास बनाने वाले कारण की। 17 सितंबर 2014 को बतौर पीएम नरेंद्र मोदी ने जब अपना जन्मदिन मनाया तो उस दिन उन्होंने देश को कई समाजिक सन्देश दिए। वही हर वर्ष होली, दिवाली और रक्षाबन्धन जैसे बड़े त्योहारों पर उन्होनें बड़े अलग तरह से मनाने की प्रथा की शुरुआत की। वही उन्होंने शपथ लेते ही खूद को प्रधान मंत्री की जगह जब खूद को प्रधान सेवक बोला जो आम जनता के दिल को छू गया। यही कारण है कि आज प्रधानमंत्री के जन्मदिन को लेकर पूरे देश में अलग की आकर्षण देखने को मिलता है।
एक नजर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन पर :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था। उनका पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है। वे एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे, और बचपन में अपने पिता की चाय की दुकान पर मदद करते थे। इसके बावजूद, उन्होंने कठिन परिश्रम और संकल्प के साथ अपने जीवन को आगे बढ़ाया।
मोदी की शिक्षा वडनगर में हुई और उन्होंने राजनीति में रुचि लेते हुए आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से जुड़कर समाज सेवा करना आरंभ किया। धीरे-धीरे, उनका कद बढ़ता गया और वे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रमुख नेताओं में से एक बन गए।
बता दें कि 2001 में वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने और लगातार 15 वर्षों तक इस पद पर रहे। उनके कार्यकाल में गुजरात में जम कर विकास हुआ। 2014 में मोदी ने भारी जीत के साथ प्रधानमंत्री चुने गये। इसके बाद 2019 और 2024 में भी उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
भाजपा ने मोदी के जन्मदिन पर पुरे देश में ‘स्वछता ही सेवा’ कार्यक्रम मनाया गया तो ‘प्रधानमंत्री मोदी ने भी कुछ इस तरह बनाया अपना जन्मदिन’
17 सितम्बर को समूचे भारत में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर स्वछता ही सेवा’ कार्यक्रम मनाया। इस दौरान कई केंद्रीय मंत्री, अनेकों राज्यों के मुख्यमंत्री और लाखों की सन्ख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने विभिन्न समाजिक गतिविधियों का आयोजन किया।
वही पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर स्वछता ही सेवा अभियान 2024 का शुभारम्भ किया। जिसमे नरेंद्र मोदी ने खुद झाड़ू लगाकर अभियान की करी शुरुवात।
जन्मदिन पर ओड़िशा के आदिवासी परिवार के गृह-प्रवेश कार्यक्रम में पीएम मोदी ने हिस्सा लिया
अपने जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री ने ओडिशा सरकार की स्कीम पर सुभद्रा योजना (Subhadra Yojna) का शुभारंभ किया यह खासतौर पर महिलाओं के लिए है और इसके तहत सरकार महिला लाभार्थियों के खाते में साल में दो बार 5000-5000 रुपये डालेगी। यानी कि एक साल में 10,000 रुपये महिलाओं के अकाउंट में ट्रांसफर किए जाएंगे।
आपको यह भी बता दे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले 600 से अधिक तौफो और स्मृति चिह्नों की ई-नीलामी शुरू हो गई है। यह नीलामी 2 अक्टूबर तक चलेगी। इसमें पैरा ओलम्पिक पदक विजेताओं की वस्तुएं और अयोध्या के राम मंदिर की आकृति जैसी महत्वपूर्ण वस्तुएं शामिल हैं। नीलामी का आधार मूल्य 600 रुपये से लेकर 8.26 लाख रुपये तक है।
यूं तो भारत में अनेको प्रधानमंत्री हुये है पर नरेंद्र मोदी के लोकप्रियता की यह प्रकाष्ठा ही है जो उनके जन्मदिवस पर देश भर में लोग स्वछता अभियान चलाकर धूम धाम से मनाते है। ऐसे ही जन उजाला न्यूज़ भी पीएम मोदी के जन्मदिवस पर उन्हें बधाई देता है ।