भाषा का यू तो हमारे जीवन मे एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है, भाषा बस हमें एक दूसरों से संपर्क करने के लिए ही नहीं है बल्कि भाषा हम सभी अलग-अलग स्थानों के व्यक्तियो को एक साथ जोड़े रखने मे भी एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आज हम बात करने जा रहे है हिंदी भाषा की। आज हिन्दी दिवस पर जन उजाला संवाददाता वरदा शर्मा की विशेष रिपोर्ट-
आइये, जानते है हिंदी भाषा से जुड़ी कुछ रोचल बाते :-
हिंदी विश्व की सबसे पुरानी भाषाओं मे से एक मानी जाती है। क्योंकि हिंदी भाषा संस्कृति यानी देवभाषा से ही निकली है। भारत देश में सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा भी हिंदी ही है वही बात करे तो हिंदी दुनियां मे सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषाओं में चौथे स्थान पर आती है। हिन्दी भारत में सिर्फ एक भाषा ही नहीं बल्कि हमारे देश भारत की राष्ट्र भाषा भी है।
जाने, 14 सितम्बर को ही क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस ?
हिंदी भाषा भारत के अधिकतर क्षेत्रों मे सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है इसलिए संविधान सभा ने 1949 को हिंदी को राजभाषा बनाने का निर्णय लिया था अथवा इसी निर्णय को अमल करने और हिंदी को प्रत्येक क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए वर्ष 1953 में 14 सितम्बर को हर वर्ष हिंदी दिवस के रूप मे मनाया जाने लगा। इसी दिन महान कवि राजेंद्र सिंह की जयंती भी होती है इन्होने हिंदी को आधिकारिक भाषा बनाने मे अहम भूमिका अदा की थी।
अब जाने, हिंदी का नाम हिंदी कैसे पड़ा ?
अभी तक आपने हिंदी के बारे में अनेक बाते जान ली होंगी लेकिन क्या आपको पता है की हिंदी भाषा का नाम हिंदी कैसे पड़ा। चलिए हम बताते है हिंदी भाषा का नाम खुद ही एक दूसरी भाषा से लिया गया है। यह शब्द फारसी शब्द हिंद से लिया गया है इसका अर्थ सिंधु नदी की भूमि से जुड़ा हुआ है। 11 वी शताब्दी की शुरुआत में फारसी बोलने वाले लोगो ने सिंधु नदी के किनारे बोले जाने वाली भाषा को हिंदी नाम दिया था।
भारत के आलावा इन देशों मे भी बोली जाती है हिंदी :-
जैसे की हमने ऊपर बताया की हिंदी दुनियां मे चौथी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है। वही भारत देश मे हिंदी उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में हिंदी भाषा बोली जाती है परन्तु भारत के आलावा भी कई देशों मे भी हिंदी बोली जाती है। जैसे- नेपाल, फिजी, पाकिस्तान, सिंगापूर, बांग्लादेश मॉरीशस, त्रिनिदाद और टोबैगो।
ऐसे में जन उजाला न्यूज़ की तरफ से आप सभी को हिंदी दिवस की ढेर सारी शुभकामनाये। हिंदी दिवस के इस मौके पर आप भी अपनी हिंदी को स्पष्ट करे तथा उसे सुधारे हिंदी बस एक भाषा ही नहीं है बल्कि हम सभी के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।