Share the Post

देहरादून/रूपाली : अगामी शीतकालीन सत्र सरकार और विपक्ष के लिए बहुत महतवपूर्ण होने वाला है। ऐसे में बड़े हंगामे के आसार नजर आ रहे हैं। कारण है कि इस सत्र में मोदी कैबिनेट द्वारा एक राष्ट्र एक चुनाव यानी ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ बिल को चर्चा के लिए पटल पर रखा जाएगा। वही एक तरफ सरकार और उनके सहयोगियों को ये बिल देश के हित में बेहद जरूरी नजर आ रहा है। तो वही विपक्ष इस बिल को लेकर जम कर विरोध करने को तैयार बैठी है।

बता दे कि पूर्व राष्ट्रपति राजनाथ कोविंद की अध्यक्षता में 2 सितंबर 2023 को एक साथ चुनाव पर उच्च स्तरीय समिति गठित की गई थी। इस 18,626 पेज वाली रिपोर्ट में बताया गया है कि 1951 से 1967 के बीच एक साथ चुनाव हुए हैं। ऐसे में अब एक तरफ सरकार इस बिल पर अच्छी चर्चा चाहती है तो वही विपक्ष इतने आसानी से इस बिल को लागू नहीं होने देगी।

ऐसे में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के ने सोशल मीडिया एक्स पर उनके पोस्ट के बाद खूब चर्चाए तेज होने लगी है। भाजपा सहित एन डी ए के सहयोगी दलो ने भी पीएम मोदी के इस पोस्ट का समर्थन किया है।

By admin

error: Content is protected !!