दुनिया की टिकी निगाहें : पांच दिन से चल रहे विनाशकारी युद्ध को रोकने की दिशा में कुछ राहत, रूस और यूक्रेन बात करने पर बनी सहमती

शंभू नाथ गौतम (वरिष्ठ पत्रकार) : रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज पांचवां दिन है। राजधानी कीव समेत यूक्रेन के कई शहरों में तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है। फिलहाल रूस और यूक्रेन के बीच जंग खतरनाक मोड़ पर है। इसके साथ दुनिया के लिए दहशत बढ़ती जा रही है। इस बीच कुछ राहत की खबर आई है कि आज दोपहर बाद करीब 4 बजे दोनों देश आखिरकार बातचीत के लिए राजी हो गए हैं। फिलहाल अभी कह नहीं सकते इस बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच जारी युद्ध थमेगा या नहीं? बेलारूस में रूस-यूक्रेन के बीच बातचीत होनी है। बेलारूस से विदेश मंत्रालय ने ही एक फोटो ट्वीट कर जानकारी दी है कि रूस-यूक्रेन की मीटिंग करवाने के लिए मंच को तैयार किया जा चुका है। अब सिर्फ दोनों देशों के डेलिगेशन का इंतजार है। यूक्रेन ने बताया कि अब तक रूसी हमले में 352 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें 14 बच्चे भी शामिल हैं। इनके अलावा 1,684 लोग घायल हुए हैं। यूएन के मुताबिक यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में शरणार्थियों की संख्या 3 लाख 86 हजार हो गई है। यूक्रेन ने कहा है कि उसने अब तक 4,300 रूसी सैनिक मार गिराए और 146 टैंक, 27 विमान और 26 हेलिकॉप्टर तबाह किए हैं।

 

रूस और यूक्रेन की जंग में दुनिया दो धड़ों में बंटी, भारत तटस्थ भूमिका में :-

विश्व के महाशक्ति देशों में शामिल अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस दो धड़ों में बंट चुके हैं। यूक्रेन के साथ जारी युद्ध में रूस के साथ क्यूबा, ईरान, चीन अर्मेनिया, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और बेलारूस खड़े हुए हैं । वहीं दूसरी ओर नाटो में शामिल यूरोपियन देश बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, फ्रांस, आइसलैंड, इटली, लग्जमबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल, ब्रिटेन और अमेरिका पूरी तरह यूक्रेन का समर्थन में हैं। इसके अलावा जर्मनी, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा भी यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं। वहीं भारत फिलहाल अभी तटस्थ वाली भूमिका में ही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मंत्रियों के साथ सोमवार सुबह हाईलेवल की मीटिंग की।

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