भारत के पश्चिमी तट पर बसे एक छोटे से राज्य गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को आज एक और झटका लगा। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत पारसेकर ने पार्टी को अलविदा कह दिया। बता दें कि लक्ष्मीकांत विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज हैं। अब वे निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
ऐसे में उन्होंने कहा कि इसका फैसला मैं एक-दो दिन में करूंगा। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत पारसेकर को पार्टी ने विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया। पारसेकर गोवा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के घोषणापत्र के प्रमुख हैं और पार्टी की कोर कमेटी के सदस्य भी थे। बीजेपी ने मंड्रेम विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक दयानंद सोपटे को उम्मीदवार बनाया है।
आपको यह भी बता दें कि पारसेकर 2014 से 2017 के बीच गोवा के मुख्यमंत्री थे। उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बाद राज्य का मुख्यमंत्री चुना गया था। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय रक्षा मंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर को भी भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। जिसके बाद उत्पल ने चुनाव में निर्दलीय लड़ने की घोषणा कर दी है।