अगामी वर्ष 2022 के आरंभ में ही देश के सबसे बडे सूबे उत्तरप्रदेश सहित पंजाब उत्तराखंड, गोवा एंव मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस चुनाव में राजनीतिक दलों सहित निर्वाचन आयोग की तैयारियों पर आधारित आयशा डंडरियाल की विशेष रिपोर्ट :-
अगले साल 2022 में यूपी, पंजाब, उतराखण्ड सहित 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसे लेकर राजनीतिक दलों ने तो तैयारियां शुरु कर ही दी हैं। ऐसे में चुनाव आयोग भी हरकत में आ गई हैं।
जहां एक तरफ पिछले साल हुए पांच राज्यों में चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग को बेहद आलोचना का सामना करना पड़ा था जिस पर कोर्ट ने भी आयोग को आड़े हाथ लेते हुए फटकार लगाई थी। उसके बाद आयोग को कई चुनावों को टालना पड़ा था।
वहीं अब फिर कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और कोरोना महामारी का खतरा पूरी तरह से टला भी नहीं है इसी को देखते हुए चुनाव आयोग सक्रिय भूमिका में नजर आने लगा है और चुनावी रणनीती की तैयारी में जुट गया है। ऐसे में अपनी तैयारियों को दुरूस्त करने के लिए निर्वाचन अधिकारियों की बैठकें भी लगातार जारी है।
वहीं अगर राजनीतिक दलों की बात की जाए तो सभी दलों ने अभी से ही कमर कस ली है। अगामी दिनों में किसे और किन मुद्दों पर आखिरी समय पर झटका देना है इसका खेल भी शुरु होता दिखाई दे रहा है।
आपको बता दें कि अगले साल होने वाले इस विधानसभा चुनाव को केंद्र सरकार के लिए सेमीफाइनल के तौर पर भी देखा जा रहा है। सेमीफाइल इसलिए क्योंकि 2 वर्ष बाद यानि की 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में उतर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में जीत से किसी भी पार्टी के लिए केंद्र में सरकार बनाने की उम्मीदें भी जाग जाती हैं।
वहीं आप समझ लीजिए की अगर किसी भी पार्टी की सरकार यूपी में बनती है तो केंद्र में उसकी सरकार बनना तय माना जाता है। और ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के साथ अन्य दलों ने यूपी चुनाव को लेकर जोरों-शोरों की तैयारी या यूं कहें की एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरु कर दिया है। जिससे प्रदेश में चुनावी हलचल भी शुरु हो गई है।
वहीं अब चुनाव होनें हैं तो राजनीतिक दलों में आरोप प्रत्यारोप के साथ राजनीतिक दलों ने दौरे और घोषणाएं भी शुरु कर दी हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लगातार यूपी के दौरे पर हैं। और अपनी कोशिशों में लगी हुई हैं। तो वहीं दूसरी तरफ सीएम योगी आदित्यानाथ भी प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात कर सता बचाने की पूरी कवायद में लग गए हैं। या यूं कहें कि राजनीतिक दलों ने राजनीतिक दांव पेंच शुरु कर दिए हैं।
खैर आपको यह भी बता दें कि जिन राज्यों में चुनाव हैं वहां ज्यादातर जगहों पर फिलहाल बीजेपी सरकार का दबदबा है, और ऐसे में बीजेपी और अन्य दलों के लिए यह चुनाव चुनौती भरा साबित होने वाला है। सवाल यह भी है कि क्या बीजेपी फिर से इन राज्यों में अपनी सरकार को बरकार रख पाएगी…….? या फिर कांग्रेस या अन्य दल अपने चहाने वालों की उम्मीदों पर खरा उतर पाएगें …….? सवाल बहुत हैं लेकिन जवाब तो आने वाले नतीजे ही बता पाएंगे।