शंभू नाथ गौतम (वरिष्ठ पत्रकार) : इस बार बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी सभी हथकंडे अपना रही है । राज्य की सत्ता पर काबिज होने के लिए भाजपा केंद्रीय आलाकमान ने इसे अपनी प्रतिष्ठा से भी अब जोड़ लिया है । पार्टी के शीर्ष नेताओं की पूरी टीम बंगाल में पिछले कई महीनों से ममता बनर्जी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सभी सियासी दांव आजमा रहे हैं । बंगाल के महापुरुषों सुभाष चंद्र बोस, स्वामी विवेकानंद और रविंद्र नाथ टैगोर से लेकर कई महान विभूतियों को भाजपा सियासत में ले आई है । इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस के कई कद्दावर नेताओं को भी तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल करा लिया । लेकिन अभी भी पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को ‘बांग्ला माटी के एक लोकप्रिय चेहरे की तलाश है’ । बीजेपी अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहारे बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती पर आकर टिक गई है । मिथुन भी बंगाल में ‘दादा’ के नाम से खूब लोकप्रिय हैं और राजनीति को भी करीब से जानते हैं । प्रधानमंत्री मोदी अमित शाह और जेपी नड्डा अपने बंगाल दौरे में बार-बार इस बात का उल्लेख करते रहे हैं कि पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा कोई बांग्ला मूल का ही होगा । पिछले दिनों भाजपा भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान, बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली पर दांव लगाया था । बता दें कि सौरव अपने राज्य में दादा के नाम से लोकप्रिय हैं । लेकिन गांगुली के पिछले दिनों हार्ट अटैक और खराब स्वास्थ्य के चलते उनकी भाजपा में आने की अटकलें लगभग खत्म हो गई । आज सवेरे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मुंबई स्थित अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के घर जाकर मुलाकात की, दोनों के बीच हुई मुलाकात को बंगाल विधानसभा चुनाव से ही जोड़कर देखा जा रहा है। मिथुन केे भाजपा में आने की अटकलों से पश्चिम बंगाल का सियासी तापमान एक बार फिर बढ़ गया है ।
बंगाल चुनाव के लिए भाजपा को एक बांग्ला मूल के लोकप्रिय चेहरे की तलाश :-
भारतीय जनता पार्टी के रणनीतिकार अमित शाह को बंगाल विधानसभा चुनाव जीतने के लिए एक बांग्ला मूल के लोकप्रिय चेहरे की तलाश है । अमित शाह पहले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को चुनाव की पिच पर उतारना चाहते थे। लेकिन उनके खराब स्वास्थ्य के चलते हैं भाजपा इसमें सफल नहीं हुई । पार्टी साफ कर चुकी है कि अगर वह चुनाव जीतती है तो बंगाल का ही कोई चेहरा मुख्यमंत्री बनेगा। बीजेपी मिथुन को अपने पाले में लाकर चुनावी मैदान में भी उतारना चाहती है। संघ प्रमुख के साथ मुलाकात को लेकर मिथुन चक्रवर्ती ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारा एक आध्यात्मिक रिश्ता है जिसकी वजह से यह मुलाकात हुई। मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि भागवत जी मेरे घर पर आए इसका मतलब यह है कि वह मुझे और मेरे परिवार को बहुत प्यार करते हैं। इस मुलाकात के राजनीतिक मायने न निकाले जाएं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आगामी कुछ महीनों में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं । ममता बनर्जी के सियासी किले को ढहाने के लिए बीजेपी पुरजोर कोशिश में जुटी हुई है । बीजेपी के दिग्गज नेताओं की रैलियों का सिलसिला जारी है दूसरी तरफ ममता बनर्जी भी बीजेपी के खिलाफ अपनी रणनीति में जुटी हुई हैं ।
अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को संघ प्रमुख मोहन भागवत का करीबी माना जाता है :-
हाल के वर्षों में संघ प्रमुख मोहन भागवत और मिथुन चक्रवर्ती की कई मुलाकातें भी हो चुकी है । अभिनेता मिथुन ने मोहन भागवत को आध्यात्मिक गुरु का दर्जा भी दे रखा है । साल 2019 में मिथुन ने नागपुर में संघ मुख्यालय जाकर मोहन भागवत से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि उस समय मिथुन ने उन्हें अपने घर आने का न्योता दिया था। लेकिन अब बंगाल चुनावी मौसम में हुई इस मुलाकात के राजनीति का बाजार गर्म है। आपको बता दें कि मिथुन चक्रवर्ती तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। 2014 में तृणमूल ने उन्हें राज्यसभा भेजा था। हालांकि उन्होंने दो साल में ही अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर राज्यसभा छोड़ दी थी । अभिनेता मिथुन भले ही तृणमूल से जुड़े रहे हैं, लेकिन जिस तरह से कई टीएमसी नेता पाला बदलकर बीजेपी के खेमे में आए हैं, उसे देखते हुए मिथुन के भाजपा ज्वाइन करने की संभावनाओं को बल मिल रहा है । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत भी बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर हाल के महीनों में कई दौरे कर चुके हैं । इसी कड़ी में भागवत की अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती से आज मुंबई में हुई मुलाकात को बंगाल चुनाव से जोड़ा जा रहा है ।