शंभू नाथ गौतम (वरिष्ठ पत्रकार) : पिछले कई दिनों से व्हाट्सएप के यूजर प्राइवेसी लीक होने की घोषणा के बाद तनाव में थे । इसके विरोध में कई लोगों ने व्हाट्सएप के इस नई पॉलिसी के विरोध में दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका डाली हुई है । कई लोगों ने सरकार से व्हाट्सएप और फेसबुक पर बैन लगाने की मांग भी कर डाली थी। लोगों के बढ़ते विरोध के बीच शनिवार सुबह एक अच्छी और राहत भरी खबर आई कि कंपनी ने इसे 3 महीने के लिए टाल दिया है । अब 8 फरवरी को किसी का व्हाट्सएप अकाउंट बंद नहीं होगा। कंपनी धीरे-धीरे 15 मई तक पॉलिसी लागू करेगी। कंपनी का मानना है कि पॉलिसी का समय आगे बढ़ाने से यूजर्स को उसे समझने का समय मिल जाएगा। व्हाट्सएप ने बताया कि इस बीच हम अपनी प्राइवेसी और सुरक्षा पॉलिसी को लेकर स्पष्ट जानकारियां देंगे और लोगों के बीच फैले भ्रम को दूर करेंगे। बता दें कि सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक चिंता बढ़ा दी थी कि कंपनी की नई पॉलिसी के अंतर्गत व्हाट्सएप पर लोगों की चैट और बाकी पर्सनल डेटा पढ़ा जा सकेगा। यहां हम आपको बता दें कि देश में लगभग 40 करोड व्हाट्सएप और फेसबुक के यूजर हैं । अब कंपनी के फैसला बदलने पर इन सभी यूजरों ने राहत की सांस ली है।
व्हाट्सएप के यूजर्स की बढ़ती नाराजगी और चिंताओं के बीच कंपनी ने लिया फैसला :-
व्हाट्सएप की नई पॉलिसी में प्राइवेट डेटा लीक होने और मैसेज को पढ़े जाने पर लोगों की गुस्सा और चिंता बढ़ती जा रही थी । इसी को ध्यान में रखते हुए व्हाट्सएप कंपनी ने यह फैसला लिया है । कंपनी ने बताया है कि लोगों के बीच फैली ‘गलत जानकारी’ से बढ़ती चिंताओं के कारण प्राइवेसी अपडेट को टालने का फैसला लिया गया है। व्हाट्सएप ने ये भी कहा है कि प्राइवेसी पॉलिसी के आधार पर कभी भी अकाउंट को हटाने की योजना नहीं बनाई गई है और भविष्य में भी ऐसी योजना नहीं होगी। आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला । हाल ही में अपने उपयोक्ताओं को सेवा की शर्तों और गोपनीयता की नीति को लेकर बताया था कि वह कैसे उपयोक्ताओं के डेटा का प्रसंस्करण करती है और उन्हें (डेटा को) फेसबुक के साथ साझा करती है । अपडेट में यह भी कहा गया कि व्हाट्सएप की सेवाओं का उपयोग जारी रखने के लिए उपयोक्ताओं को 8 फरवरी, 2021 तक नई शर्तों और नीति से सहमत होना होगा। यहीं से नीतियों को लेकर बहस की शुरुआत हुई थी । धीरे-धीरे यह खबर पूरे देश भर में व्हाट्सएप के यूजर तक पहुंच गई थी ।