शंभू नाथ गौतम (वरिष्ठ पत्रकार) : आज 25 दिसंबर है । वैसे तो यह तारीख अपने आप में इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज है । जब-जब यह दिन आता है तब राजनीति के ‘युगपुरुष’ की याद भी आती है । जी हां हम बात कर रहे हैं अटल बिहारी वाजपेयी की । आज देश और विदेश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शुमार रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है । अटल जी का जन्म दिवस आज भी पूरे देश में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है । ‘पूर्व पीएम वाजपेयी ऐसेे नेता थे जो सभी राजनीतिक पार्टियों में लोकप्रिय रहे’ । इस दिन भाजपा का छोटे से बड़ा कार्यकर्ता अटल जी के जन्मदिन पर उनके आदर्शोंं और विचारधाराओं को जरूर याद करता है । यही नहीं राजनीति में अटल जी के उसूल और आदर्श भी याद किए जाते हैं । लेकिन ‘आज भाजपा सरकार अपने लोकप्रिय नेता अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर किसानों की नाराजगी को कम करने का प्रयास करने में लगी हुई है । कृषि कानूनों के विरोध में एक महीने से मोदी सरकार देशभर के किसानों की नाराजगी झेल रही है । लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व पीएम अटल बिहारी के जन्मदिवस पर सब कुछ ठीक होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं’ । कृषि कानूनों पर जारी आंदोलन के बीच पीएम मोदी ने आज किसानों को भारी-भरकम सौगात दी । कृषि सम्मान निधि योजना के तहत 9 करोड़ किसानों को किस्त सौंपी । इस दौरान पीएम ने एक साथ 18 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर भी किया । इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान चौपाल का आयोजन भी जारी है । भारतीय जनता पार्टी ने इसको लेकर खास तैयारी की है । राजनाथ सिंह, अमित शाह, निर्मला सीतारमण जैसे सभी केंद्रीय मंत्री देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद हैं । ‘इस मौके पर प्रधानमंत्री ने किसानों के मन को भांपने की कोशिश भी की’ । पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के ‘सदैव अटल स्मारक’ पहुंच कर श्रद्धांजलि दी। बता दें कि भारत सरकार और भारतीय जनता पार्टी देश के अनेक हिस्सों में इस कार्यक्रम को मना रही है । उससे पहले आज सुबह पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनके 96वें जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि दी । देश के विकास के लिए पीएम मोदी ने अटल जी के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि एक सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए उनके प्रयासों को सदैव स्मरण किया जाएगा। ‘अब देखना होगा भाजपा सरकार के किसानों को दिए गए भारी भरकम तोहफे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों कि नाराजगी कितनी दूर होगी ? अटल जी के जन्मदिवस पर पीएम मोदी को कितना आशीर्वाद मिलेगा’ ? यहां हम आपको बता देंं कि आज भाजपा सरकार ने दिल्ली में नाराज बैठे हजारों किसानों को बातचीत के लिए भी आमंत्रित किया है ।
दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलित किसानों के साथ क्या भाजपा सरकार की आज बनेगी सहमति ? :-
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के 30वें दिन भी किसान दिल्ली की सभी सीमाओं पर डटे हुए हैं । गुरुवार को केंद्र की ओर से किसानों को फिर से चिट्ठी लिखकर किसानों को मनाने का प्रयास किया गया है । भाजपा सरकार ने अब किसानों से कहा है कि वह सभी मुद्दों पर खुलकर बातचीत करने के लिए तैयार है । इसी सिलसिले में आज केंद्र सरकार और किसान संघर्ष समिति की बैठक होने जा रही है। सरकार के नए प्रस्ताव पर क्या जवाब देना है, इसे लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक आज दोपहर दो बजे सिंघु बॉर्डर पर हो रही है । बता दें कि केंद्र सरकार की चिट्ठी पर औपचारिक रूप से जवाब देने को लेकर इस बैठक में चर्चा होगी। गौरतलब है कि किसानों और सरकार के साथ सुलह की कवायद को लेकर पिछले 5 दिनों में सरकार का यह दूसरा पत्र है। इससे पहले सरकार की ओर से 20 दिसंबर को किसानों को चिट्ठी भेजी गई थी लेकिन किसानों ने सरकार के पिछले न्योते को ठुकरा दिया । आंदोलित किसानों ने साफ तौर पर कहा है कि भाजपा सरकार के प्रस्ताव में दम नहीं, नया एजेंडा लाएं तभी बात होगी। गौरतलब है कि सरकार ने इससे पहले जो लिखित संशोधन प्रस्ताव भेजा था, उसमें एमएसपी पर लिखित गारंटी का आश्वासन, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में एसडीएम के अलावा स्थानीय कोर्ट जाने का प्रस्ताव जैसे विषयों पर चर्चा की बात की थी। हालांकि किसान संगठनों ने किसी तरह के प्रस्ताव को नकारा और सिर्फ तीनों कानूनों की वापसी की मांग की। किसानों को मनाने में आज मोदी सरकार के कई कद्दावर मंत्रियों की फौज देश के विभिन्न मोर्चों पर डटी हुई है । अब देखना होगा मोदी सरकार की किसानों को मनाने की एक और कवायद कितना रंग लाती है ।
‘युगपुरुष अटल जी’ के जन्मदिन पर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने याद कर दी श्रद्धांजलि :-
भारतीय जनता पार्टी के साथ देशवासी और सोशल मीडिया पर भी लोकप्रिय नेताओं में शुमार रहे पूर्व प्रधानमंत्री और ‘युगपुरुष अटल बिहारी वाजपेयी’ को लोग याद कर रहे हैं । वहीं भाजपा भी अपनी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक अटल जी को याद कर रही है । सोशल मीडिया पर लोग कवि और राजनेता को याद करते हुए उनकी कविताओं के माध्यम से श्रद्धांजलि दे रहे हैं । अटल जी को उनके राजनीति के आदर्श उसूल, भाषा शैली, कविताओं को देशवासी नहीं भूल पाए हैं । बता दें कि अटल जी का जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसंबर, 1924 को हुआ था । वाजपेयी सबसे पहले 1996 में 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने थे और उसके बाद 1998 में उन्होंने केंद्र में 13 महीनों की सरकार चलाई थी । 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने और 2004 में एनडीए की हार तक इस पद पर बने रहे । उनके कार्यकाल में भारत ने परमाणु परीक्षण कर यह क्षमता हासिल की थी । गौरतलब है कि 16 अगस्त 2018 को देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शुमार रहे अटल बिहारी वाजपेयी जी का दिल्ली के एम्स में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था ।