देहरादून/वरदा शर्मा : अनन्या पांडे की न्यू वेब सीरीज कॉल मी बे ओटीटी प्लेटफार्म अमेजन प्राइम पर रिलीज़ हो चुकी है इस सीरीज में उनके साथ वरुण सूद भी हैं। अनन्या पांडे ने अपने करियर की शुरुआत स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर 2 से की थी इसी के साथ उन्होंने खाली पीली, ड्रीम गर्ल 2 जैसी फिल्मो में भी काम किया है अनन्या की न्यू वेब सीरीज कॉल मी बे हाल ही में रिलीज़ हुई है। वेब सीरीज ने कैसा प्रदर्शन किया है यह जानने के लिए आगे पढ़े।
बता दें कि हॉलीवुड की वेब सीरीज को दे रही है टक्कर अनन्या की ‘कॉल मी बे’ अनन्या पांडे की वेब सीरीज का ट्रेलर देखने के बाद लग रहा है कि इस सीरीज को ‘एमिली इन पेरिस’ स्टाइल में शूट करने की कोशिस की गई है। साउथ दिल्ली की अमीर लड़की जब मुंबई में पहुंचकर स्ट्रगल करती है, वेब सीरीज में स्ट्रगल की कहानी दिखायी गयी है। ये कहानी थोड़ी बहुत तो अमेरिका की रहने वाली एमिली इन पेरिस से मिलती जुलती है अनन्या शहर में जाकर क्या स्ट्रगल करती है, सीरीज की कहानी इस प्लॉट से मेल खाती है कहानी की स्टोरी कॉल मी बे कुछ लोगो को एमिली इन पेरिस से अच्छी और लॉजिकल एंड एंटरटेनिंग लगी।
जाने, कैसी है कॉल मी बे की कहानी ?
बेला की माँ चाहती है वह अपनी माँ की गोद से शिफ्ट होकर अपनी आगे की जिंदगी अपने पति के साथ उसके पैसो पर गुज़ारे यह भविष्य बेला की माँ ने बेला के लिए देखा होता है लेकिन इस पूरी प्लानिंग पर पानी तब फिर जाता है जब बेला अपने पति के उपर किसी और आदमी के साथ चीट करती है क्योंकि बेला का पति उसे बिलकुल टाइम नहीं देता था। फिर क्या ही होना था बेला साउथ दिल्ली से मुंबई आजाती है और दिल्ली की बे बन जाती है बाई। कॉल मी बे’ कोई टिपिकल सीरीज नहीं है, जो सभी लोगो को पसंद आए यह सीरीज कॉमेडी के साथ साथ ही स्ट्रॉन्ग मैसेज भी देती है। लेकिन रिलेशनशिप की तरफ देखने का इस सीरीज का तरीका थोड़ा अलग है।
कूछ ऐसी है कलाकारो की एक्टिंग !
सीरीज में अनन्या पांडे ने अपना किरदार बहोत ही बखूबी से निभाया है जैसे की ये किरदार उन्ही के लिए ही बना हो एक अमीर पति की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बीवी से सोशल मीडिया जर्नलिस्ट तक का यह सफर उन्होंने बहोत ही बखूबी से निभाया है इस सीरीज में अनन्या का रोल उनकी रियल लाइफ पर्सनालिटी से मेल खाता है और उन्होंने इसी चीज का फायदा उठाते हुए अपने आप को साबित कर दिया है की वह एक ब्रिलियंट एक्टर है। वरुण सूद (विहान) ने भी अच्छा काम किया है लेकिन उनका स्क्रीन टाइम ज्यादा नहीं है। गुरफतेह पीरजादा का काम अच्छा है। वीर दास एक ओटीटी पत्रकार बने हैं। बाकी सभी कलाकारों ने भी अपनी भूमिका को न्याय दिया है निहारिका दत्त, लिसा मिश्रा और मुस्कान जाफरी का काम भी अच्छा है।
‘कॉल मी बे’ देखनी चाहिए या नहीं ?
कॉल मी बे की एक चीज जो लोगो ठीक नहीं लगी वो है की , सोशल मीडिया जर्नलिज्म को ग्लोरीफाई करना। सोशल मीडिया जर्नलिस्म भले ही तेज़ी से आगे क्यों ना बढ़ रहा हो लेकिन सोशल लेकिन मीडिया की सबसे ज्यादा बदनामी भी इसी सोशल मीडिया जर्नलिज्म की वजह से हुई है। वही दूसरी और अगर हम सीरीज की बात करे तो इस मामले में कॉल मी बे ने एमिली इन पेरिस को भी पीछे छोड़ दिया है अगर आपको वीकएंड के लिए कुछ नया बिंजवाच करना है तो यह वेब सीरीज आपके देखने के लिए एक परफेक्ट एंटरटेनमेंट हो सकती है।