देश की मोदी सरकार ने देश में सरकारी योजनाओं और कामकाज में सुधार के लिए सोमवार को एक नई पहल की है। अब इस नई पहल में केंद्र सरकार के 77 मंत्रियों को 8 ग्रुपों में बांटा गया है।
बता दें कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की बैठकों के बाद लिया है । ऐसे कुल 5 सत्र आयोजित किए गए थे। आखिरी बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू भी शामिल हुए। इन सभी बैठकों का फोकस केंद्र सरकार की कुशलता में सुधार करना और डिलीवरी सिस्टम को मजबूत करने पर था।
आप जान लें की मंत्रियों के 8 अलग ग्रुप बनाना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। हर ग्रुप में 9 से 10 मंत्री हैं। एक केंद्रीय मंत्री को समूह समन्वयक बनाया गया है। स्मृति ईरानी का ग्रुप सभी मंत्रालयों की जानकारी देगा। मनसुख मांडविया का ग्रुप कार्यालय निगरानी प्रणालियों पर फोकस करेगा। हरदीप पुरी लर्निंग ग्रुप का नेतृत्व करेंगे। अनुराग ठाकुर का ग्रुप दूसरों के काम की समीक्षा करेगा। पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रल्हाद जोशी के नेतृत्व में अन्य समूह बनाए गए हैं।
वही हर मंत्री के कार्यालय में एक पोर्टल विकसित करना जो केंद्र की प्रमुख योजनाओं और नीतियों के प्रदर्शन पर अपडेट देता है। संबंधित मंत्रियों द्वारा किए गए निर्णयों की निगरानी के लिए एक डैशबोर्ड और बैठकें निर्धारित करने और पत्राचार का प्रबंधन करने के लिए एक प्रणाली इन समूहों को सौंपे गए कार्यों में से एक है।
साथ ही मंत्रियों को सभी जिलों, राज्यों और मंत्रालयों के प्रोफाइल बनाने और हितधारक के कार्यक्रम विकसित करने के लिए भी कहा गया है। समूहों में से एक को अनुसंधान, संचार और अन्य प्रमुख क्षेत्रों पर कमान के साथ कम से कम तीन युवा पेशेवरों की एक टीम बनाने के लिए एक तंत्र स्थापित करने का काम भी सौंपा गया है।