देहरादून/स्वप्निल : राजधानी देहरादून के स्पोर्ट्स कॉलेज में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेल के दौरान विभिन्न राज्यों के हजारों खिलाड़ियों ने अनेको खेलो में जोर आजमाया, वही उन खिलाड़ियों के साथ ही टीम के कोच, मैनेजमेंट और हजारों की संख्या में दर्शको का खूब जमावड़ा लगा रहा। ऐसे में चार पहिया और दुपहिया वाहनों की ख़ूब भरामार दिखी, ऐसे में सड़क पर सुचारु यातायात हो या पार्किंग की समस्या, इस सब की जिम्मेंदारी महज दो सीटी पेट्रोलिंग युनिट (सीपीयू) कर्मियों के कन्धे पर थी।
बता दें कि जन उजाला से संपदाक स्वप्निल से बातचीत करते हुये सब इंस्पेक्टर दीवान सिंह गुसांईं और आरक्षी दीपक कुमार ने बताया कि 28 जनवरी से 13 जनवरी तक राष्ट्रीय खेल के दौरान गेट से लेकर स्टेडियम तक की सारी सड़को पर यातायात सुचारु रूप से चलाना और सभी पार्किंग स्थलों पर गाड़ियो की कतार लगवाना एक बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य था, हजारों की संख्या में बाइक, स्कूटी, कार और बसों का प्रतिदिन आवागमन हुआ।
वही उन्होंने बताया कि हमनें स्पीड लिमिट 20किमी किया था फिर भी कुछ लोग वाहनों को तेज गति में चलाते थे, तो कोई नो पार्किंग जोन में ही वाहन खड़ा कर दिया, ऐसे में यह चुनौतियां हमने बेहद मुस्तैदी से निभाया । उन्होंने यह भी बताया कि शाम में डीजे नाइट के दौरान कई बार खिलाड़ियों में आपस में लड़ाई झगड़े हो जाते थे ऐसे में उन्हें भी देखने की अतिरिक्त जिम्मेदारी थी, हमने कई बार ऐसी घटनाओं को होने से रोकने की भुमिका निभाई।
साथ ही उन्होंने कहा कि 38वे राष्ट्रीय खेल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी/अपर पुलिस महानिदेशक अमित सिन्हा और एसएसपी अजय सिंह के दिशा निर्देश का अनुपालन करते हुये हमने अपनी ड्यूटी की है। और हम पर भरोसा जता कर एतने बड़े आयोजन की जिम्मेदारी देने के लिये हम अपने उच्च्य अधिकारीयों का आभार व्यक्त करते है।