देहरादून/स्वप्निल : उत्तराखण्ड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेल में मानो प्रतिभाओं का सैलाब सा आ गया है, जब हम 25-30 वर्ष की आयु तक अपने करियर को संवारने में लगे रहते है वही राष्ट्रीय खेल के दौरान 20 से भी कम आयु के बच्चे बड़े सम्मान से सम्मानित होते दिख रहे है
।ऐसे में इस राष्ट्रीय खेल के दौरान उत्तम हिन्दू उत्तराखण्ड ब्यूरों चीफ स्वप्निल ने एक ऐसी प्रतिभा का साक्षात्कार किया जो महज 18 वर्ष की आयु में महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के कर कमलों से अर्जुन अवार्ड प्राप्त किया ।
बता दें कि महाराष्ट्र के सतारा जिले की रहने वाली 19 वर्ष की अदिति गोपीचंद स्वामी बीए पहले वर्ष की छात्रा हैं और वह आर्चरी में देश की सबसे कम उम्र की विश्व विजेता भी है ।
वही अदिति गोपीचंद स्वामी ने बताया कि उन्होंने साल 2023 में विश्व तीरंदाज़ी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था, अदिति ने यह खिताब 17 साल की उम्र में मैक्सिको की एंड्रिया बेसेरा को हराकर जीता था, अदिति ने यह खिताब जीता था वही उन्होंने भारत को पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाया थाl अदिति ने यह भी बताया कि उन्होनें एशिया कप 2022 में भी पदक जीता था, अदिति ने साल 2023 में आयरलैंड के लिमरिक में हुए विश्व तीरंदाज़ी युवा चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता, अदिति को साल 2023 में तीरंदाज़ ऑफ़ द ईयर का अवॉर्ड भी मिला था, अदिति ने एशियाई खेलों में भी कांस्य और स्वर्ण पदक जीते हैंl
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने अर्जुन अवार्ड से किया सम्मानित

38वे राष्ट्रीय खेल में सिल्वर पदक जीतने वाली अदिति गोपीचंद स्वामी को वर्ष 2024 में देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के हाथों अर्जुन अवार्ड मिल चुका है, साथ ही अदिति बेस्ट प्लेयर ऑफ दी ईयर का भी खिताब जीत चुकी है l अदिति ने बताया कि उनका सपना है कि भारत की टीम ऑलंपिक में आर्चरी खेले और वहां प्रत्येक प्रतिस्पर्धा में गोल्ड मेडल प्राप्त करे l