प्रत्येक वर्ष समूचे भारत के नगर निगम एवं पालिकाओं का स्वच्छता सर्वेक्षण होता है जिसमे शहर की स्वच्छता को लेकर जनता से सवाल किये जाते है उस आधार पर उस शहर को नम्बर दिया जाता है। इस वर्ष भी भारत सरकार द्वारा सर्वेक्षण प्रारंभ कर दिया गया है। – प्रमोद बेलवाल की रिर्पोट
उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून वैसे तो हरी भरी जरूर है परन्तु भारत मे स्वच्छता की रैकिंग मे बहुत पीछे है इन्ही रैकिंग को सुधारने के लिए नगर निगम देहरदून एवं समाजिक संगठनो द्वारा लागातार प्रयास किया जा रहा है।
ऐेसे मे देहरादून मे अपने समाजिक कार्यो से चर्चित समाजिक संस्था जन जागरण अभियान समिति के युवाओ द्वारा अपने शहर को स्वच्छ करने हेतु प्रयास किया जा रहा है। संस्था द्वारा गांधी पार्क के बाहर लगभग 700 लोगो को स्वच्छता हेतू हस्ताक्षर करा कर उन्हे जागरूक किया गया। एवं कूडे का निस्तारण, प्रत्येक घरो मे दो कूडेदान बनाने हेतु प्रेरित किया गया।
संस्था की तरफ से अपेक्षा जोशी एवं अपूर्वा वत्स ने करीब 40 लोगो को स्वच्छता मोबाईल ऐप डाउनलोड करवाया एवं उस ऐप के माध्यम से कैसे करे शिकायत यह सब जानकारीयों से अवगत कराया।
कार्यकम मे शिक्षा निदेशालय उत्तराखण्ड मे कार्यरत दिनेश ठकराल ने संस्था के पहल की सराहना करते हुऐ बताया कि स्वच्छता ही शिक्षा का अधार है स्वच्छ वातावरण मे कार्य करने मे एक अलग ही जोश का संचार होता है। हम सब को मिल कर अपने शहर को स्वच्छ बनाना चाहिए।
वही दुसरी तरफ डोईवाला माध्यमिक विद्यालय उषा गौड ने बताया कि स्वच्छता स्वास्थ्य पर असर डालता है यदि हम आस पास स्वच्छता रखे तो हम बिमारीयों से भी बचे रह सकते है उन्होने संस्था के इस उदेश्य मे सभी को साथ आना चाहिए एवं उन्होने बताया कि वे अपने विद्यालय मे भी इस प्रकार का प्रयास करेंगी ।
कार्यक्रम मे संस्था की तरफ से कार्तिकेय नैथानी, ममता कुन्याल, नवीन कुन्याल, अमन वर्मा, खुलवंत सैनी, मीनाक्षी सिंह एवं संस्थापक अध्यक्ष स्वप्निल सिन्हा मौजुद रहे।