राजधानी देहरादून के नन्दा की चौकी स्थित एक स्थानीय होटल में भारत सरकार में मानव संसाधन मंत्री डॉ0 रमेश पोखरियाल (निशंक) द्वारा लोकसभा सचिवालय भारत सरकार तथा उत्तराखण्ड पंचायतीराज विभाग के तत्वाधान में द्वितीय सत्र में उत्तराखण्ड के प्राकृतिक संसाधनों तथा उनके संरक्षण-संवर्धन में पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका, विषय पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए पंचायतों के उपस्थित प्रतिनिधियों और ऑनलाइन माध्यम से जुड़े प्रतिनिधियों को स्थानीय सरकारों को मजबूत करने तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अधिक सक्रियता और चेतन्यता से कार्य करने का आह्वान किया।
वही उन्होंने स्थानीय प्रतिनिधियों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि हमें अपने गांव, समाज और भारत को श्रेष्ठ बनाना है तो हमें बड़ी सोच रखनी पड़ेगी तथा हमारे अंदर भारत को श्रेष्ठ बनाने की भी पूरी क्षमता है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों को यशस्वी प्रधानमंत्री द्वारा सुझाये गये विजन आत्मनिर्भर भारतए समृद्ध भारतए एक भारत और श्रेष्ठ भारत बनाने के लिये ईमानदारी, पारदर्शिता और जज्बे के साथ पूरा करने का आग्रह किया।
साथ ही डा0 निशंक द्वारा प्रथम सत्र में उत्तराखण्ड पंचायती राज संस्थाओं हेतु सम्पर्क और परिचय कार्यक्रम के अंतर्गत पंचायती राज व्यवस्था विकेन्द्रीकरण तथा शसक्तीकरण विषय पर माननीय लोकसभा अध्यक्ष द्वारा उत्तराखण्ड से कार्यक्रम की शुरूआत करने पर उनका तथा उनके लोक सभा सचिवालय टीम का आभार व्यक्त किया।
बता दे कि कार्यक्रम के अंत में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ0 रमेश पोखरियाल (निशंक) द्वारा लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह को देवभूमि उत्तराखण्ड से पंचायती राज संस्थाओं हेतु सम्पर्क एवं परिचय कार्यक्रम की शुरूआत करने के लिये सम्मानित किया गया।
उक्त कार्यक्रम के दूसरे सत्र के दौरान प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डा0 धन सिंह रावत, टिहरी सांसद माला राजलक्ष्मी शाह, विधायक मुन्ना सिंह चैहान, लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव उत्तराखण्ड पंचायती राज सचिव हरीश सेमवाल, पद्मश्री डॉ. अनिल जोशी सहित विभिन्न जनपदों के जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सदस्य, ब्लाक प्रमुख व क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान सहित संबंधित जनप्रतिनिधि तथा विभागीय अधिकारी मौजूद रहें।