फिल्मी पर्दे पर हर किरदार में अपनी एक्टिंग की गहरी छाप छोड़ी अनु कपूर ने – जन्मदिन विशेष

शंभू नाथ गौतम (वरिष्ठ पत्रकार ) : आज हम एक ऐसे अभिनेता की बात करेंगे जिन्होंने फिल्मी पर्दे के साथ थिएटर की दुनिया में भी अपनी गहरी छाप छोड़ी। इस कलाकार ने कई फिल्मों में छोटे-मोटे निभाए गए किरदारों को दर्शक अभी तक भूल नहीं पाए । गैर फिल्मी परिवार से आए इस अभिनेता ने अपने बल पर बॉलीवुड में खास मुकाम बनाया। हम बात कर रहे हैं रंगमंच और बॉलीवुड के कलाकार अनु कपूर की । अनु कपूर ने फिल्मों से लेकर टीवी शो और एंकरिंग में भी हाथ आजमाया । अभिनय के अलावा हिंदी और उर्दू साहित्य में भी उनका सराहनीय योगदान रहा । यही नहीं फिल्म इंडस्ट्रीज के कई कलाकार इस अभिनेता की अदायगी के मुरीद हैं । आज अनु कपूर का जन्मदिन है । अपना 65वां जन्मदिन मना रहे एक्टर अनु कपूर के बारे में आइए जानते हैं उनका निजी जीवन और फिल्मी सफर कैसा रहा । अनु कपूर का जन्म 20 फरवरी 1956 को भोपाल मध्य प्रदेश में हुआ था । उनके पिता का नाम मदनलाल कपूर और मां का नाम कमला था। अनु के पिता एक थिएटर कंपनी चलाते थे, उनकी मां कवयित्री और शास्त्रीय नृत्य में पारंगत थीं। अनु का वास्तविक नाम अनिल कपूर था। बाद में बॉलीवुड में अनिल कपूर नाम होने से उन्होंने अपना नाम अनु कपूर कर लिया ।‌ बता दें कि घर की आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने चाय की दुकान खोली थी । अनु को अभिनय का शौक बपचन से ही था । अपने शौक को पूूूरा करने के लिए उन्होंने दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला ले लिया ।

वर्ष 1983 में फिल्म ‘मंडी’ से फिल्मी करियर की शुरुआत की थी :-

हम आपको बता दें कि अनु कपूर को बॉलीवुड में लाना मशहूर निर्माता-निर्देशक श्याम बेनेगल को जाता है ।‌ वर्ष 1980 में एक नाटक के दौरान उन्होंने 23 साल की उम्र में 70 साल के बुजुर्ग व्यक्ति का किरदार किया था जो श्याम बेनेगल को काफी पसंद आया । बाद में वर्ष 1983 में श्याम बेनेगल ने फिल्म ‘मंडी’ बनाई जो अनु कपूर की पहली फिल्म थी। बॉलीवुड में उन्हें फिल्म ‘उत्सव’ से पहचान मिली । उसके बाद मिस्टर इंडिया, चमेली की शादी, तेजाब, हम, डर, एलान-ए-जंग, 7 खून माफ, धर्मसंकट मिस टनकपुर हाजिर हो, जॉली एलएलबी 2, द शौकिन्स, विकी डोनर आदि फिल्मों में अभिनय किया । इनके दमदार किरदार ने दर्शकों में गहरी छाप छोड़ी। इसके अलावा उन्होंने कई धारावाहिकों में भी काम किया । रिएलिटी शो ‘अंताक्षरी’ के मेजबान वाली छवि बहुत पसंद की गई । उनके निभाए गए फिल्म तेजाब और मिस्टर इंडिया के अभिनय को लोग आज भी नहीं भूले हैं । उन्हें हिंदी फिल्म विकी डोनर में डा. चड्ढा की बेहतरीन भूमिका अदा करने के लिए फिल्मफेयर और नेशनल अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है ।

अभिनेता अनु कपूर की निजी जिंदगी भी उतार-चढ़ाव भरी रही :-

अभिनेता अनु कपूर का फिल्मी सफर जितना उतार-चढ़ाव भरा रहा उतना ही उनकी निजी जिंदगी भी कम दिलचस्प नहीं रही । उन्होंने अनुपमा कपूर से 1992 में शादी की थी, लेकिन अगले ही साल उनका तलाक हो गया था ।‌ इसके बाद अनु कपूर ने 1995 में अरुणिता मुखर्जी से शादी की, लेकिन 2005 में ये भी अलग हो गए। इसके बाद 2008 में अनु कपूर ने एक बार फिर अपनी पहली पत्नी अनुपमा से शादी की। अरुणिता मुखर्जी से अनु कपूर को एक बेटी और अनुपमा कपूर से उन्हें तीन बेटे हैं । बता दें कि अनु कपूर की बहन सीमा कपूर से ओम पुरी की शादी हुई थी, लेकिन यह शादी ज्यादा दिन टिक नहीं पाई और दोनों अलग हो गए। ओम पुरी और अनु कपूर ने साथ में कुछ फिल्मों में काम किया, लेकिन दोनों में कभी खास दोस्ती नहीं हो पाई। आज भी अभिनेता अनु कपूर फिल्मों और टीवी शोज कार्यक्रम में सक्रिय हैं ।

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