शंभू नाथ गौतम (वरिष्ठ पत्रकार) : आज चर्चा करेंगे एक ऐसे अभिनेता की जिसने अपने बचपन के दिन बहुत मुफलिसी में बिताए । बॉलीवुड में टॉप एक्टर बनने के बाद भी उन्होंने अपना व्यवहार नहीं बदला । जी हां हम बात कर रहे हैं जैकी श्रॉफ की । मुंबई की एक चाल में रहने वाले जग्गू दादा अपने अभिनय के बल पर बॉलीवुड के टॉप एक्टरों में शुमार हो गए। हिंदी सिनेमा में इस मुकाम पर पहुंचने पर जैकी श्रॉफ ने कड़ी मेहनत की। फिल्म इंडस्ट्रीज में 40 साल बिताने के बाद भी उनका व्यवहार जैसे पहले था वैसे ही बना हुआ है। वे अपने फिल्मों में अभिनय के बल पर जितने दर्शकों में लोकप्रिय हैं, उतने ही निजी जीवन में भी वे अच्छे इंसान कहे जाते हैं। उन्होंने अब तक के अपने फिल्मी करियर में बेहतरीन किरदारों को बखूबी पर्दे पर उतारा है। बड़े स्टारडम होने के बाद भी जैकी अपने पुराने दिन नहीं भूलते हैं। आज जैकी श्रॉफ का जन्मदिन है, 64 वर्ष के हो चुके जैकी के बारे में आइए जानते हैं कैसा रहा उनका निजी और फिल्मी सफर।
1 फरवरी 1957 को जैकी श्रॉफ का महाराष्ट्र के लातूर में हुआ था जन्म :-
जैकी श्रॉफ का जन्म एक गुजराती परिवार में महाराष्ट्र के लातूर जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम काकूभाई श्रॉफ और मां का नाम रीता श्रॉफ है। उन्होंने कुछ विज्ञापनों में मॉडल के तौर पर भी काम किया है। लातूर के बाद जैकी श्रॉफ का परिवार मुंबई के मालाबार हिल इलाके के ‘तीन बत्ती’ एरिया में रहने लगा था। जैकी का वास्तविक नाम जयकिशन काकूभाई श्रॉफ है। जैकी श्रॉफ नाम तो उनको सुप्रसिद्ध फिल्म निर्माता सुभाष घई ने दिया था। मुंबई की एक चाल में रहने वाले जैकी श्रॉफ के लिए हिंदी सिनेमा में अपने आप को स्थापित करना इतना आसान नहीं था। लेकिन एक्टिंग के प्रति जुनून जैकी को फिल्मों की ओर ले गया। अभिनेता और निर्देशक देव आनंद ने जैकी श्रॉफ को अपनी फिल्म ‘स्वामी दादा’ में एक छोटा सा रोल दिया था।
वर्ष 1983 में अभिनेता के तौर पर फिल्म ‘हीरो’ से की करियर की शुरुआत :-
वर्ष 1983 में निर्माता-निर्देशक सुभाष घई ने जैकी श्रॉफ को अपनी फिल्म हीरो के लिए साइन किया था। इस फिल्म में उनके साथ अभिनेत्री मीनाक्षी शेषाद्री थी। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट साबित हुई थी। फिल्म हीरो के गाने उस जमाने में खूब सुने गए थे। इस फिल्म की सफलता के बाद जैकी श्रॉफ ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। ‘स्वामी दादा’, ‘हीरो’, ‘अंदर बाहर’, ‘युद्ध’, ‘तेरी महरबानियां’, ‘अल्ला रखा’, ‘कर्मा’, ‘जवाब हम देंगे’, ‘काश’, ‘राम-लखन’, ‘परिंदा’, ‘मैं तेरा दुश्मन’, ‘त्रिदेव’, ‘वर्दी’, ‘दूध का कर्ज’, ‘सौदागर’, ‘किंग अंकल’, ‘खलनायक’, ‘गर्दिश’, ‘त्रिमूर्ति’, ‘बॉर्डर’, ‘बंधन’, ‘रिफ्यूजी’, ‘मिशन कश्मीर’, ‘फर्ज’, ‘यादें’, ‘लज्जा’, ‘देवदास’, ‘सरकार 3’, ‘हलचल’, ‘क्योंकि’, ‘भूत अंकल’, ‘धूम 3’, ‘हैप्पी न्यू ईयर’, ‘जज्बा’, ‘चॉक एंड डस्टर’, ‘फुल एन फाइनल’, ‘भागम-भाग’ और ‘डर्टी पॉलीटिक्स’ आदि फिल्मों में जबरदस्त अभिनय के बल पर दर्शकों में खास पहचान बनाई।
जैकी श्रॉफ ने फिल्मों में विलेन का भी निभाया किरदार :-
जैकी श्रॉफ ने न केवल हीरो बनकर दर्शकों का दिल जीता है, बल्कि कुछ फिल्मों में उन्होंने विलेन और आतंकवादी का रोल भी किया है। फिल्म ‘मिशन कश्मीर’ की बात करें तो ये फिल्म 2000 में आई थी। इसमें जैकी श्रॉफ ने आतंकवादी का किरदार निभाया था, जो दर्शकों को बेहद पसंद आया था। वहीं फिल्म ‘हैप्पी न्यू ईयर’ में जैकी ने विलेन का रोल निभाया था। इस फिल्म का निर्देशन फराह खान ने किया था। फिल्म में जैकी को विलेन के किरदार में काफी पसंद किया गया था। फिल्मों के अलावा वह मनोरंजन चैनल ‘स्टार वन’ पर प्रसारित शो ‘इंडिया मैजिक स्टार’ के जज भी रह चुके हैं। जैकी बॉलीवुड के सदाबहार हीरो माने जाते हैं। जैकी आज भी फिल्मों में सक्रिय हैं।
फिल्म ‘परिंदा’ के लिए जैकी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला :-
जैकी को फिल्म ‘परिंदा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार मिला, तो वहीं फिल्म ‘खलनायक’ के लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के तौर पर नामांकित किया गया। 2007 में भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ठ योगदान के लिए जूरी अवार्ड भी मिला। इसके अलावा भी कई बार उन्हें पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। बता दें कि अभिनेता जैकी श्रॉफ ने आयशा दत्त से 1987 में की थी शादी। आयशा से जैकी के दो संतान हैं, बेटा टाइगर श्रॉफ और बेटी कृष्णा है। टाइगर फिल्म ‘हीरोपंथी’ के जरिए बॉलीवुड में एंट्री कर चुके हैं। आज टाइगर श्रॉफ बॉलीवुड में एक सफल अभिनेता माने जाते हैं। टाइगर एक्शन अभिनेता के रूप में पहचाने जाते हैं। अभी उनकी पिछले साल से लोग और जबरदस्त सुपरहिट साबित हुई है। अब जैकी श्रॉफ और टाइगर एक साथ फिल्म ‘बागी 3’ में काम कर चुके हैं ।