उत्तराखंड विधानसभा के कार्यालय कक्ष में प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई। इस अवसर पर उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार में संचालित विभिन्न निर्माण कार्यों एवं विश्वविद्यालय के भरसार परिसर में रिक्त पदों की समीक्षा की गई।
वही डाॅ0 रावत ने विश्वविद्यालय एवं कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्माण कार्यों में हो रही देरी को लेकर जमकर फटकार लगाई। उन्होंने सचिव कृषि शिक्षा हरबंस चुघ को विश्वविद्यालय से संबंधि निर्माण कार्यों एवं अन्य योजनाओं की अपने स्तर से भी समीक्षा कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
बता दे कि बैठक के दौरान डाॅ0 रावत ने विश्वविद्यालय में शैक्षिणिक एवं शिक्षणेत्तर कार्मिकों के वर्षों से रिक्त पदों में से अधिष्ठाता, कुलसचिव, सहायक कुलसचिव, प्रशासनिक अधिकारी आदि महत्वपूर्ण पदों पर प्रतिनियुक्ति के आधार पर भरे जाने के निर्देश शासन एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों को दिये। उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि स्थापना के 10 साल बाद भी विश्वविद्यालय अपने उद्देश्यों को हासिल करने में सफल नहीं हो पाया।
वही उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र भ्रमण के दौरान स्थानीय जनता एवं जन प्रतिनिधियों द्वारा विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये जाते रहे हैं। इसी के मध्यनजर उन्होंने विश्वविद्यालय के कार्यों की समीक्षा करने का निर्णय लिया। बैठक में विश्वविद्यालय में निर्माणाधीन प्रशासनिक भवनए कुलपति आवासए बालिका छात्रावास एवं सम्पर्क मार्ग सहित अतिथि गृह के खस्ताहाल स्थिति पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
साथ ही इस दौरान कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश निर्माण निगम एवं ब्रिडकुल के अधिकारियों ने बताया कि निर्माण कार्यों की लागत बढ़ जाने के कारण योजनाएं पूर्ण नहीं हो पाई। जिनका रिवाइज स्टीमेट शासन को भेजा गया है। पुनार्गणन की धनराशि स्वीकृत होते ही अधूरे कार्य पूर्ण कर लिये जायेंगे। विश्वविद्यालय के उप वित्त नियंत्रक ने विश्वविद्यालय के खाते में ब्याज मद से जमा रू0 2 करोड़ खर्च करने की अनुमति दिये जाने मांग शासन के समक्ष रखी।
ऐसे में राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण चमोली में स्थित विश्वविद्यालय के औषधि एवं सघन पादप संस्थान की दयनीय स्थिति पर नाराजगी जताते हुए क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने वहां पर स्वीकृत रिक्त पदों को शीघ्र भरे जाने व संस्थान में शैक्षिणिक गविधियां शुरू करने की मांग की। जिस पर विभागीय सचिव ने तत्काल कार्यवाही का आश्वासन दिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय के तामम मुद्दों को लेकर पुनः 15 दिसम्बर को समीक्षा बैठक आयोजित की जायेगी।
इस बैठक के दौरान सचिव कृषि शिक्षा हरबंस चुघ, कुलपति डाॅ0 ए के कर्नाटक, अपर सचिव कृषि राजेंद्र सिंह, निदेशक प्रसार डाॅ0 चन्द्रेश्वर तिवारी, अनु सचिव कृषि विभाग विकास कुमार श्रीवास्तव, उप वित्त नियंत्रक विमल जुगरान, महाप्रबंधक (सिविल) ब्रिडकुल आर पी उनियाल, महाप्रबंधक उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम सी के सकलानी, परियोजना प्रबंधक एस के मलिक, सी पी जुगरान, डी सी बहुगुणा, भाष्कर रावत, राहुल बिन्जोला सहित कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहें।