ऋषिकेश/स्वप्निल : शनिवार को योग राजधानी ऋषिकेश में मुनिकीरेती के गंगातट पर सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की शुरुआत हुई। यहा आज सैकड़ो की संख्या में योग साधको और योग गुरुओं का जमावड़ा नजर आया। उद्घाटन के समय बतौर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल मौजूद रहें। उन्होंने कहा कि सादियों से ऋषिकेश देश विदेश के योग साधकों की तपोभूमि है। उन्होंने कहा कि योग की भुमिका हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है। अगर हम नियमित योग करें तो हम दवाईयों पर निर्भर नही रहेंगे।
वही पारमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि हम योगिक लाइफ से अपने तन मन को पूरी तरह बदल सकते है, आज भारत ही समूचा विश्व योग के महत्व को जानने लगा है और योग को अपना भी रहा है।
साथ ही देव संस्कृति विश्वविद्यालय के उप कुलपति डाo चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि योग भारतीय ज्ञान विज्ञान का सर्वोचय शिखर है। योग का नियमित प्रयोग आपके जीवन को एकदम बदल देगा।
ऐसे में अपर सचिव पर्यटन अभिषेक रोहिल्ला और जीएमवीएन के एमडी विशाल मिश्रा ने इन्टरनेशनल योगा फेस्टिवल की विस्तार से जानकारी दी और उन्होंने सभी अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद भी किया।
इस दौरान योगनी ऊषा माता, स्वामी नारायण आश्रम के सुनिल भगत, नगर पालिका अध्यक्ष नीलम, एडीएम अरविंद पाण्डेय, महाप्रबंधक विप्रा त्रिवेदी, एसपीएस रावत, विश्वनाथ बेंजवाल और आशुतोष नेगी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहें।