बृहस्पतिवार को राजधानी देहरादून के हर्रावाला स्थित उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय परिसर में दिव्य प्रेम सेवा मिशन वृक्षारोपण किया । यह वृक्षारोपण कार्यक्रम महर्षि अरबिंदो घोष के जन्म दिवस और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में किया गया जिसमें कई फलदार और औषधीय पौधों का वृक्षारोपण किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह ने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक आशीष गौतम, संघ के वरिष्ठ अधिकारी लक्ष्मी प्रसाद जयसवाल और मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० अरुण त्रिपाठी को तुलसी की माला पहनाकर उनका स्वागत किया ।
वही लक्ष्मी प्रसाद जयसवाल ने अपने संबोधन में दिव्य प्रेम सेवा मिशन के क्रियाकलापों पर प्रकाश डाला और कार्यक्रम में उपस्थित सभी से आशीष गौतम के जीवन परिचय, उनके अध्यात्मिक कार्यों और कुष्ठ रोगियों के उत्थान हेतु उनके द्वारा किये जा रहे सेवा भाव से अवगत करवाया।
साथ ही दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक आशीष गौतम ने अपने संबोधन में कहा कि आज स्वंत्रता दिवस होने के साथ ही महर्षि अरबिंदो घोष का जन्म दिवस भी है, उनके जन्मदिवस और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में यह वृक्षारोपण कार्यक्रम आज पूरे देशभर में अलग अलग राज्यों में किया जा रहा है. हमें आजादी हमारे पूर्वजों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मेहनत और बलिदान के फलस्वरूप प्राप्त हुयी है, हमें उनके बलिदान को भूलना नहीं चाहिये।
ऐसे में उन्होंने कहा कि जैसे हमारे पूर्वजों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपनी मेहनत और बलिदान से देश को आज़ादी दिलाई है वैसे ही हमारा भी फर्ज बनता है कि हम उनके बलिदान को हमेशा याद रखें और उनसे प्रेरित होकर देश की आने वाली पीढ़ियों के लिये हम भी कुछ ऐसा करें कि आने वाली पीढियां भी हमको याद करें।इसके लिये हमें ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने हैं उनका संरक्षण और संवर्धन भी करना है, जिससे हमारी आने वाली पीढियों को स्वच्छ हवा और स्वच्छ वातावरण मिले, उन्हें फलदार वृक्षों से फल प्राप्त हों, औषधीय वृक्षों से औषधि प्राप्त हो सके. श्री आशीष ने कहा हमारे पूर्वजों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के लिये यही एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिये हम सबकी तरफ से यह एक सर्वोत्तम तोहफा होगा।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों के साथ विश्वविद्यालय के सभी अधिकारीयों और छात्रों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया, जिसमें कई फलदार पौधे आम, अमरुद, जामुन तथा औषधीय पौधों में नीम, अर्जुन, पीपल, बरगद इत्यादि भी लगाये गये।
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति अरुण त्रिपाठी ने संस्था कार्यों को खूब सराहा। उन्होंने कहा कि इस तरह से सामाजिक और अध्यात्मिक आयोजनों की बेहद आवश्यकता है।
इस दौरान कुलसचिव रामजी शरण शर्मा, प्रो० राधा बल्लभ सती, प्रो० दधीची, डिप्टी रजिस्ट्रार संजीव पांडे, नरेन्द्र लाल, राज बहादुर थापा, प्रदीप गोयल, सुभाष वर्मा, ल सुरेन्द्र उनियाल, स्वपनिल सिन्हा, मुकेश यादव, संदीप कुमार, अमित कुमार, मनीष प्रजापति आदि कई अन्य गणमान्य और सामाजिक संस्थाओं से जुड़े कार्यकर्ता मौजूद रहें।