उत्तराखंड पुलिस में उच्च कोटि का अनुशासन और पुलिस कार्यप्रणाली को सुदृढ बनाए रखने पर विशेष बल दिया जाए – डीजीपी

देहरादून/स्वप्निल : शुक्रवार को उत्तराखंड पुलिस महानिदेशालय से महानिदेशक पुलिस अभिनव कुमार
ने उत्तराखण्ड उच्चाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक अनुशासन और महिला पीडितों के सम्बन्ध में त्वरित कार्यवाही के विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उच्च कोटि के अनुशासन और पुलिस कार्यप्रणाली को सुदृढ बनाए रखने पर विशेष बल दिया।
इस अवसर पर थाना पंतनगर में पीडित महिला के सम्बन्ध में वायरल आडियो का उल्लेख करते हुये स्पष्ट निर्देश दिया कि इस प्रकार के प्रकरण पुलिस विभाग की छवि के अनुरूप नही है,  ऐसे कर्मियों के विरूद्ध कडी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि  महिलाओं सम्बन्धित अपराध एवं कमजोर वर्ग के प्रति त्वरित और प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया तथा स्पष्ट किया कि इस संबंध में किसी भी स्तर पर पुलिस द्वारा लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, लापरवाही पाए जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जाएगी।
वही उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करना और उनके अधिकारों की रक्षा करना है। इस हेतु सभी पुलिस अधिकारियों को उच्च कोटि के अनुशासन और पीडित के प्रति संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी और निष्ठा के साथ करें।
साथ ही यह भी निर्देशित किया कि किन्ही प्रकरणो में अधिकारियों के भिन्न-भिन्न मत हों तो निष्पक्षता व पारदर्शिता के साथ विधिक राय लेते हुये उच्चाधिकारियों के संज्ञान मे लाकर न्यायोचित निस्तारण किया जायें। समस्त अधिकारीगण आपसी समन्वय स्थापित कर जनता के प्रति उत्तरदायी हों और जन समस्याओं का त्वरित समाधान करें।
ऐसे में उन्होंने विभागीय कार्यप्रणाली को और अधिक सुदृढ़/अनुशासित करने हेतु विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की व पुलिस विभाग की छवि और कार्यक्षमता में सुधार लाने के लिए सभी अधिकारियों को समर्पण और अनुशासन के साथ काम करने हेतु निर्देशित किया।
इस दौरान एडीजी अमित सिन्हा, एडीजी एपी अंशुमान, आईजी विम्मी सचदेवा, केवल खुराना, पुलिस विमला गुंज्याल, रिद्धिम अग्रवाल, विशेष सचिव गृह, नीरू गर्ग, कृष्ण कुमार वी0के0, करन सिंह नग्नयाल, अरूण मोहन जोशी, अनंत शंकर ताकवाले सहित सभी आईजी और डीआईजी मौजूद रहें।