हिमालयी बेल्ट को विकसित करने के सपना को अब ‘पीएम मोदी कर रहें हैं साकार’ – गणेश जोशी

देहरादून/स्वप्निल : रविवार को उत्तराखंड सचिवालय में बी०डी०पी० के अन्तर्गत केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से आयोजित लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा अन्य 05 राज्यों के साथ-साथ उत्तराखण्ड राज्य के लिए भी 03 परियोजनाओं (कुल लागत रू0 15.1362 करोड़) पंद्रह करोड़ तेरह लाख 62 हजार की लागत का वर्चुअली शिलान्यास किया गया। उत्तराखंड में इन तीन स्वीकृत  परियोजनानओं का शिलान्यास किया गया जिसमे (स्वीकृत लागत रू0 3.4819 करोड़) डा0 भीमराव अम्बेडकर बौद्ध समुदाय बाहुल्य क्षेत्रान्तर्गत बहुद्देश्यीय सभागार एवं पुस्तकालय का निर्माण, पहला/ डी०एल०रोड, देहरादून। बौद्ध समुदाय बाहुल्य क्षेत्रान्तर्गत बहुद्देश्यीय सभागार का निर्माण, लखनवाला, देहरादून। (स्वीकृत लागत रू0 6.5679 करोड़)। बौद्ध समुदाय बाहुल्य क्षेत्रान्तर्गत शैक्षिक एवं कीड़ा सभागार का निर्माण, दुसरा/डी०एल०रोड, देहरादून। (स्वीकृत लागत रू0 5.0864 करोड़) शामिल है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हिमालयी बेल्ट को विकसित करने का जो सपना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का था वह साकार हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कहा कि हमारी सरकार की प्रतिबद्धताओं के अनुरूप अल्पसंख्यकों के कल्याण एवं उनके जीवन स्तर में सुधान को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जा रही है। विभिन्न विकास योजनाओं से इन वर्गों के लोगों के आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षिक उत्थान हेतु शिक्षा, गरीबी रेखा से ऊपर उठाना, कौशल सुधार एवं स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता आदि योजनाओं के द्वारा अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों का सर्वांगीण विकास करने का प्रयास किया जा रहा है।
वही उन्होंने कहा अल्पसंख्यक वर्ग के लागों के जीवन में गुणात्मक सुधार लाकर समाज में व्याप्त सामाजिक एवं आर्थिक असमानता को दूर कर इन्हें भी समाज के सामान्य वर्ग की बराबरी के स्तर पर लाना है। उन्होंने कहा कि उनके विधान सभा क्षेत्र में भी बौद्ध समुदाय के अनेक संस्थान हैं और बौद्ध समुदाय का उनको बहुत सहयोग प्राप्त होता रहता है।
इस दौरान एल० फैनई, प्रमुख, सचिव, अल्पसंख्यक कल्याण,  राजेन्द्र कुमार, निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण, हीरा सिंह बसेड़ा, उप सचिव, अल्पसंख्यक, कल्याण जे०एस० रावत, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, देहरादून, सी०पी०एस० रावत, परियोजना प्रबन्धक, उत्तराखण्ड पेयजल निर्माण इकाई (कार्यदायी संस्था), बौद्ध समाज के अनेक प्रतिनिधि मौजूद रहें।