सोमवार को राजधानी देहरादून के विकास भवन में सामाजिक संस्था संगमन के पदाधिकारियों ने मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान से मुलाकत कर उन्हें संस्था का प्रतीक चिन्ह भेंट कर नववर्ष की शुभकामनाएं दी।
बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र अग्रवाल के नेतृत्व में संगमन संस्था अपने राज्य उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के उदेश्य से कार्य कर रही है। जिसके तहत संस्था के पदाधिकारियों ने विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से मुलाकात कर उनसे राज्य के समग्र विकास हेतु सुझाव आमंत्रित कर रही हैं।
गौरतलब है कि सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी यह संकल्प लिया है कि 2025 तक उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करेंगें। ऐसे में संगमन संस्था भी सीएम धामी के इस विजन में अपनी भी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न बुद्धिजिवियों और विशेषज्ञों के सुझावों की एक श्रृंखला को उन्हें भेट करेगी।
आपको यह भी बता दे कि उत्तराखंड शासन और जिला प्रशासन में कई महत्वपूर्ण पदों पर रही आईएएस अधिकारी झरना कमठान से भी संस्था के पदाधिकारीयों ने सुझाव मांगा, ऐसे में उन्होनें कहा कि ‘राजधानी देहरादून में कोई मैन्टल असाईलम नहीं है। किसी भी वजह से मानसिक संतुलन खोने वाली विक्षिप्त महिला को सामान्य नारी निकेतन में ही भेजना पड़ता है। ऐसे में उतराखन्ड के लिए मैन्टल असाईल भी अत्यंत जरूरत है।
वही आगे उन्होनें यह भी सुझाव दिया कि देहरादून को बेहतर महानगरीय स्वरुप देने के लिए भारी यातायात दबाव वाले स्थानों को चयनित कर वहां फ्लाई ओवर के निर्माण एवं पार्किंग की व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।
इस दौरान संस्थापक सुरेन्द्र अग्रवाल, संस्थापक सदस्य विजेंद्र यादव और रोहित गुप्ता, रचना गर्ग, डाo गार्गी मिश्रा, प्रमोद बेलवाल, विवेक श्रीवास्तव, स्वप्निल सिन्हा आदि सदस्य मौजूद रहें।