गुरुवार को राजधानी देहरादून में प्रदेश के कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को शीघ्र विभाग का कैलेंडर तैयार कर करने तथा जरमोला और चौबटिया में स्थित उद्यान विभाग के रिसर्च सेंटर को शीघ्र पुनर्जीवित करने के दिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने कहा उत्तराखंड में फूड प्रोसेसिंग की अपार संभावनाएं हैं, फूड प्रोसेसिंग पर प्राथमिकता और सुनियोजित ढंग से कार्य किया जाए। उन्हों ने पीएफएमई और पीकेवीवाई योजना के अंतर्गत खुलने वाले आउटलेट पर तेजी से कार्य किया जाए। जिससे ग्रामीण अंचलों में स्वरोजगार सृजित हो सके। उन्होंने अधिकारियों को सेब की पौध तैयार कर रहे स्थानीय नर्सरी वालों को प्राथमिकता दी जाए। बैठक में मंत्री ने कहा आज उत्तराखंड के कई ऐसे लोकल उत्पाद है, जो विलुप्त की कगार पर है।
वही उन्होनें अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि चौबटिया और जरमोला में स्थित रिसर्च सेंटर को शीघ्र अति शीघ्र पुनर्जीवित के प्रयास किए जाए। मंत्री ने अधिकारियों को चौबटिया उद्यान में पर्यटन की गतिविधियां बढ़ाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने अधिकारियों को चौबटिया उद्यान होर्टी टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाए।
बता दें कि उन्होंने कहा कि चौबटिया गार्डन का अपना एक अलग इतिहास है जिसका अपना एक रिसर्च सेन्टर भी हुआ करता है यहीं से लोग शोध करने अन्य प्रदेशों ने इसको अपनाया और उद्यान क्षेत्र में आगे बढ सके। मंत्री ने अधिकारियों को चौबटिया गार्डन में पर्यटन गतिविधियां बढ़ाने के दृष्टिगत भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
ऐसे में मंत्री जोशी ने कहा कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सेना की वजह वहां पर पर्यटकों को आने व जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसके लिये चौबटिया गार्डन आने के लिये लोगों के लिए लगभग 700 मीटर एक लिंक मार्ग जल्द से जल्द चौबटिया गार्डन तक जोड़ने के लिए शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों सेब की प्लांटेशन को लेकर भी समय से तैयारिया शुरू करने के भी निर्देश दिए।
इस दौरान कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, सीईओ बोर्ड नरेंद्र यादव सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहें।