बुधवार को राजधानी देहरादून में आयोजित एक उत्तराखण्ड महा संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे। उन्होने राज्य के समग्र विकास की दिशा में की जा रही पहल एवं इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश का समग्र विकास हमारी प्राथमिकता है। इसके लिये राज्य के विकास के लिये आगामी 10 सालों का रोड मैप तैयार किया जा रहा है। बोधिसत्व विचार श्रृंखला के माध्यम से विषय विशेषज्ञों के सुझावों पर योजनायें तैयार की जा रही हैं। साथ ही जन कल्याण से जुडी योजनाओं के निर्णयों को तत्परता से लागू करने के लिये धरातल पर प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य की जीएसडीपी 25 प्रतिशत बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य पर तेजी से कार्य चल रहा है। बद्रीनाथ में मास्टर प्लान के तहत कार्य प्रगति पर हैं। प्रधानमंत्री जी ने गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का शिलान्यास किया है। इससे आने वाले समय में यात्रा सुगम होगी। ऋषिकेश को सांस्कृति एवं आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने विकास के नवरत्न के तहत संचालित योजनाओं के कार्य उत्तराखंड के लिए आने वाले दिनों में विकास की दृष्टि से अहम साबित होंगे।
वही सीएम धामी ने कहा कि हमने जनता से जो वायदे किये हैं, उन्हें पूरा किया जायेगा। राज्य में नई सरकार के गठन के बाद पहली ही कैबिनेट में समान नागरिक संहिता के लिए ड्राफ्ट बनाने के लिए कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया, जिस पर तेजी से कार्य किया जा रहा है, जिसका ड्राफ्ट 30 जून तक तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता कमेटी द्वारा सभी विधि विशेषज्ञों एवं समाज के प्रबुद्धजनों से बात कर रिपोर्ट तैयार की है।
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में युवाओं के व्यापक हित में नकल विरोधी कानून में 10 वर्ष की सजा तथा नकल माफिया की संपत्ति को जब्त करने का प्रावधान किया गया है, नकल में सम्मिलित कई लोगों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है।
उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ी को जड़ से खत्म करने के लिए हमने भारतवर्ष का सबसे सख्त कानून बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नकल विरोधी कानून आने पर अब अभ्यर्थियों का चयन उनके योग्यता, प्रतिभा एवं क्षमता के आधार पर हो रहा है। उन्होने कहा कि राज्य में मेधावी व प्रतिभाशाली छात्रों को आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई में कठिनाई न हो इसके लिये मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति प्रोत्साहन योजना आरंभ की है।
ऐसे में सीएं धामी ने कहा कि भारत को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जी 20 की अध्यक्षता करने का अवसर मिला है। प्रधानमंत्री के विस्तृत विजन के वजह से जी 20 की बैठकें देश के छोटे शहरों में हो रही हैं। उत्तराखण्ड की जी 20 की तीन बैठकों के लिये प्रधानमंत्री जी ने चुना इसकी दो बैठकें सफलतापूर्वक आयोजित हो चुकी है, तीसरी बैठक इस माह में आयोजित होगी। राज्य में जी 20 की बैठकों के आयोजन देश के साथ उत्तराखण्ड के विकास की कहानी बयान करती है।
बता दें कि उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण एवं आध्यात्मिक परिवेश फिल्मों के अनुकूल है। पिछले दो वर्षों के अंतराल में लगभग 300 फिल्मों की शूटिंग यहां हुई है। फिल्मांकन के लिये पूरे उत्तराखण्ड का सौंदर्य ही डेस्टिनेशन है।
आपको यह भी बता दे कि उन्होने कहा कि राज्य के चारधाम यात्रा विपरीत मौसम तथा कठिन भौगोलिक परिस्थिति के कारण चुनौती पूर्ण रहती है। राज्य सरकार द्वारा इस चुनौती का सामना कर व्यवस्थायें बनायी है।
इस अवसर पर महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी भी उपस्थित थे।