शुक्रवार को उत्तराखण्ड सरकार परिवहन मंत्री चन्दन राम दास की अध्यक्षता में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक सचिवालय में सम्पन्न हुई।
वही अरविन्द सिंह हयाँकी, सचिव, परिवहन उत्तराखण्ड शासन द्वारा वर्ष 2022 एवं वर्ष 2023 में माह फरवरी, 2023 तक घटित सड़क दुर्घटनाओं का विवरण प्रस्तुत किया गया। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा राज्य में सड़क सुरक्षा उपायों के सम्बन्ध में किये जा रहे कार्यों एवं परिवहन विभाग द्वारा किये जा रहे प्रवर्तन कार्यों, जन-जागरूकता, विभागीय कार्यों में ऑटोमेशन, वाहनों की तकनीकी जांच में गुणवत्ता सुधार एवं चालकों की परीक्षा ऑटोमेटेड रूप में किये जाने के सम्बन्ध में कार्यों का विवरण भी प्रस्तुत किया गया। लोक निर्माण विभाग से उपस्थित अधिकारियों द्वारा मार्गों की दशा में सुधार हेतु किये जा रहे कार्यों यथा-ब्लैक स्पॉट सुधारीकरण, दुर्घटना संभावित स्थलों के सुधारीकरण क्रैश बैरियर रोड साईनेज रोड मार्किंग आदि के सम्बन्ध में विवरण प्रस्तुत किया गया। पुलिस विभाग द्वारा किये जा रहे प्रवर्तन कार्यों, सड़क सुरक्षा जागरूकता के अतिरिक्त संवेदनशील स्थलों के चिन्हीकरण के सम्बन्ध में अवगत कराया गया।
आप यह भी जान लें कि बैठक में परिवहन मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को कौन कौन से निर्देश दिए :-
इस अवसर पर उन्होने कार्यदायी संस्थाओं के स्तर पर ब्लैक स्पॉट सुधारीकरण, दुर्घटना संभावित क्षेत्र का सुधारीकरण रोड साईनेज / रोड मार्किंग एवं क्रॅश बैरियर लगाये जाने से सम्बन्धित जो कार्य अवशेष है उनमें से चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थापित स्थलों पर सुधारीकरण की कार्यवाही यात्रा प्रारम्भ होने से प्रारम्भ होने से पहले अनिवार्य रूप से पूर्ण कर ली जाये।
साथ ही उन्होने आयुक्त गढ़वाल एवं कुमाऊँ मण्डल द्वारा भी सड़क सुधार के सम्बन्ध में किये गये कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग की जाये और जहां सुधार की आवश्यकता हो, वहां यात्रा प्रारम्भ होने से पूर्व सुधार करा लिया जाये।
ऐसे में उन्होने कहा कि श्री बद्रीनाथ धाम के लिए जोशीमठ अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थल है। अतः जोशीमठ के लिए विशेष व्यवस्था किये जाने की आवश्यकता है। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जोशीमठ में जाम की स्थिति उत्पन्न न हो और आने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होने पुलिस विभाग को सुझाव दिया गया कि मोटरयान कानून का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों से प्रशमन शुल्क की वसूली के साथ-साथ उनसे कम्यूनिटी सर्विस भी करायी जानी चाहिए, ताकि उनके द्वारा ऐसे अपराध की पुनरावृत्ति न की जा सके। इस सम्बन्ध में परिवहन विभाग को प्रस्ताव उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये।
बता दें कि मंत्री दास ने इंगित किया गया कि राज्य सरकार यात्रियों की सुरक्षित यात्रा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा छोटा कैलाश यात्रा भी प्रारम्भ की जा रही है। अतः गढ़वाल मण्डल के साथ-साथ कुमाऊँ मण्डल में भी यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी। अतः सभी अधिकारियों द्वारा मार्गों की दशा में सुधार के लिए विशेष प्रयास किये जाये और मा० मुख्यमंत्री जी के गडढ़ा मुक्त सड़क के मूल मंत्र पर शत-प्रतिशत कार्यवाही की जाये।
उन्होने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता यात्रियों की जान माल की रक्षा करना होना चाहिए इसलिए राज्य में दुर्घटना पर नियंत्रण के लिए विशेष प्रयास किये जाये। उन्होने अधिकारियों से अपेक्षा की गयी कि चार धाम यात्रा के दौरान नशे का सेवन कर वाहन का संचालन करने, मोबाईल पर बात करने, तीव्र गति से वाहन चलाने, मार्ग पर जाम लगना आदि दुर्घटना के मुख्य कारण है। अतः दोनों मण्डलों के आयुक्तों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाये कि चारधाम यात्रा के दौरान शराब का चलन न हो और चालक द्वारा सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन किया जाये।
उन्होने कहा कि यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत निर्देश दिये गये कि इस वर्ष ग्रीन कार्ड एवं ट्रिप कार्ड जारी करने की व्यवस्था को और अधिक सुसंगत बनाया जाये चारधाम यात्रा में यदि अतिरिक्त बसों की आवश्यकता हो, तो उसके लिए व्यवस्था पहले ही सुनिश्चित कर ली जाये ।
उन्होने कहा कि वाहन के फिटनेस की दशा में ध्यान दिया जाये और यह सुनिश्चित किया जाये कि वाहन यात्रिक खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त न हो अधिकारियों को यह प्रयास करने चाहिए कि राज्य में दुर्घटना की संभावना को न्यून किया जा सके, फिर भी यदि दुर्भाग्यवश दुर्घटना हो जाती है, तो सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि घायल व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा सके।
बैठक के अंत में उन्होने उपस्थित अधिकारियों का आह्वान किया गया कि सभी के प्रयासों से राज्य को दुर्घटना मुक्त बनाने में मदद मिलेगी।
बैठक में अरविन्द सिंह ह्यांकी, सचिव एवं आयुक्त, परिवहन विभाग, उत्तराखण्ड शासन, एच०सी० सेमवाल, सचिव, आबकारी विभाग, उत्तराखण्ड शासन, वी० मुर्गेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, अमिता जोशी, अपर सचिव, वित्त, विनीत कुमार, अपर सचिव, वन / लोक निर्माण विभाग, अमनदीप कौर, अपर सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नवनीत पाण्डेय, निदेशक, शहरी विकास विभाग के0एस0 नगलयाल, आई०जी०, गढ़वाल, निलेश भरणे, आई०जी० कुमाऊँ, मुख्तार मोहसिन, पुलिस उपमहानिरीक्षक, उत्तराखण्ड, सनत कुमार सिंह, संयुक्त परिवहन आयुक्त, उत्तराखण्ड, अखिलेश मिश्रा, उप सचिव, गृह, आशा पैन्युली, संयुक्त निदेशक, शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड, पी०एस० गर्व्याल, अपर आयुक्त, आबकारी विभाग, अनिल पांगती, वरिष्ठ अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग प्रवीण कुमार कटारिया, सड़क सुरक्षा अधिकारी, एन०एच०ए०आई०, डॉ० सुजाता सिंह, सहायक निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एम०एस० मुंगनाथन, बीआरओ एवं लीड एजेंसी के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
वहीं दीपक कुमार आयुक्त, कुमाऊँ मण्डल एवं सुशील कुमार, आयुक्त गढ़वाल मण्डल बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुये।