सोमवार को उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए। प्रदेश के लगभग सभी पोलिंग बूथ को पर मतदान करने के लिए सुबह 8:00 बजे से ही लंबी लंबी कतारें लगी हुई दिखी, जिसमें बुजुर्ग से लेकर युवा तक हर उमर के लोग शामिल रहें।
वही खास बात रही की उत्तराखंड में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए दिल्ली, लखनऊ, चंडीगढ़ जैसे शहरों से भी उत्तराखंड वासी अपने विधानसभा क्षेत्र पहुंचे थे। साथ ही पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं में भी बेहद उत्साह दिखा।
बता दें कि इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने कई खास तैयारियां की थी। जिसमें 80 वर्ष से अधिक उम्र के वोटरों के लिए उनके घर से ही मतदान करने की व्यवस्था की गई थी साथ ही दिव्यांग जनों के लिए व्हीलचेयर एवं गाड़ियों की भी व्यवस्था की गई थी।
वही कोविड मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने प्रत्येक पोलिंग बूथ पर सैनिटाइजर ब्लाउज और मास्क की व्यवस्था भी की थी।
अब हम आपको यह भी बता दें कि राजधानी देहरादून सहित पूरे प्रदेश में चुनाव लगभग सामान्य तरीके से संपन्न हुआ, परंतु कयास लगाए जा रहे थे कि उत्तराखंड में इस बार मत प्रतिशत में वृद्धि होगी जबकि मत प्रतिशत महज 60% के करीब करीब रहा।
मतदान को देखकर युवाओं में दिखा खासा जोश ….
जन उजाला की टीम राजधानी देहरादून के विधानसभा क्षेत्रों के पोलिंग बूथों पर गई जिसमें हमने यह पाया कि मतदान के लिए महिलाओं और युवाओं में पुरुषों की तुलना में ज्यादा गंभीरता दिखा।
जाने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद युवाओं ने क्या कुछ कहा…
मैंने अपने मताधिकार का प्रयोग कर एक जागरूक नागरिक की भूमिका निभाया, साथ ही अपने फर्ज का निर्वहन किया है। संविधान हमें 5 वर्षों बाद अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए उम्मीदवारों का चयन करने का अवसर देती है और इस अवसर को हम सभी युवाओं को कभी भी चूकना चाहिए। मुझे चार दिन पहले ही दिल्ली निकलना था पर सिर्फ मत डालने के लिए मैं आज चार दिन तक देहरादून रुका रहा- विनीत रावत
आज 14 फरवरी मतदान दिवस जो कि मेरा पहला मतदान था। मेरा यह वोट हमारे क्षेत्र के विकास का निर्धारण करेगा। आज जातिवाद समाजवाद से उठकर देश के निर्माण के लिए यह मेरा पहला मतदान था और मुझे बहुत खुशी हुई कि मैं अपने क्षेत्र के मतदान में भागीदार रही। हमारा एक मत देश के लिए हमारे क्षेत्र के लिए बहुत जरूरी है। हम सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि हम अपना मतदान उसे दे जो समाज को तोड़ने वाले तत्वों का बहिष्कार कर राष्ट्रहित की भावना के साथ देश और समाज का निर्माण करें। – साधना जोशी
मैं देहरादून में रहती हूं परंतु सिर्फ चुनाव में भागीदारी करने के लिए लिए मैं अपने गांव जौनसार गई थी। आज विधानसभा चुनाव में मत डालने के बाद मुझे ऐसा लगा की लोकतंत्र के इस खूबसूरत पर्व की खूबसूरती हमारे मतों से ही बढ़ती है।
आज मैने अपने क्षेत्र के विकास और जन समस्याओं को दुरुस्त करने के उद्देश्य से मतदान किया। – मनीषा राणा