युवाओं की भागीदारी से ही बढेगा तकनीकि गुणवत्ता: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत

ड्रोन कैमरा को देखते सीएम रावत एवं अन्य

सूचना प्रौद्योगिकी भवन, आईटी पार्क, देहरादून में इण्डिया ड्रोन फेस्टिवल 2019 का शुभारम्भ प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जहाँ ड्रोन फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि वर्तमान में ड्रोन का बहुआयामी उपयोग हो रहा है। सुरक्षा, सर्वे, आपदा के समय इस्तेमाल स्वास्थ्य, क्राउड कंट्रोल, रेलवे लाईनों, नदियों की देख-रेख के आदि महत्वपूर्ण गतिविधियों के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह आधुनिक तकनीक जीवन को आसान बनाने में मददगार साबित हो रही है। साथ ही उन्होने ने कहा कि देहरादून में देश के पहले ड्रोन एप्लीकेशन प्रशिक्षण केन्द्र एवं अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना की गई। इसके लिए उन्होंने एनटीआरओ के पूर्व अध्यक्ष आलोक जोशी के प्रयासों की भी सराहना की। देहरादून में उत्तराखण्ड डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग एवं सप्लाई एसोसिएशन का गठन भी हुआ है।

मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि कि ड्रोन विभिन्न क्षेत्रों में देश व प्रदेश के लिए वरदान के रूप में साबित हुआ है। यह अत्याधुनिक तकनीक प्रदेश में आने वाले समय में आपदा, कृषि, ट्रेफिक कंट्रोल व सर्वें के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा ।

जाने क्या है विशेष इसी खबर मे-
ड्रोन फेस्टिवल कराने वाला उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य
उत्तराखण्ड डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग एवं सप्लाई एसोसिएशन का भी हुआ गठन
इस ड्रोन फेस्टिवल में 21 राज्यों से लोग प्रतिभाग कर रहे हैं।

इस अवसर पर सचिव आईटी आर के सुधाुशु, सचिव वित्त अमित नेगी, डीजीपी अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार आईटीडीए के निदेशक अमित सिन्हा, सर्वेयर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल गिरीश कुमार, हिन्दुस्तान एयरोनानाॅटिक्स लि0 के निदेशक डीण्एस चमोला, पेट्रोलियम विश्वविद्यालय से अरूण धन एवं ग्रुप केप्टन रजत द्विवेदी आदि उपस्थित थे।

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