सभी निजी अस्पताल एवं क्लीनिक पूरी तरह से अनिश्चित काल के लिए हडताल पर जा सकते है।- जाने कैसे
भारतीय चिकित्सक संध उत्तराखण्ड द्वारा प्रदेश सरकार से लम्बे समय से क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट को संशोधित कर पारित करने हेतू प्रयास किया जा रहा है। पहले भी कई आई.एम.ए उत्तराखण्ड के अधिकारीयों द्वारा मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत एवं चिकित्सा सचिव नितेश झा से मुलाकात किया गया एवं सरकार द्वारा सभी शर्तो को ध्यान मे रखते हुऐ पारित करने का आश्वासन दिया जा चुका है। परन्तु सरकार ने अब तक इस एक्ट पर कोई उचित फैसला नही लिया है।
15 फरवरी तक उचित फैसला नही आने पर सरकार के विरोध मे अस्पताल करेंगे बंद-
देहरादून: आईएमए उत्तराखण्ड के प्रदेश कार्यालय मे प्रेस वार्ता कर आई.एम.ए उत्तराखण्ड के सचिव डा0 डी.डी.चैधरी ने बताया कि सरकार ने हमे धोखा दिया है उन्होने सरकार पर सीधा हमला करते हुऐ कहा कि अब सरकार के सामने हमने अपनी कुछ मागं रखी है अगर इस विधानसभा सत्र तक हमारी मांग नही मानी गई तो प्रदेश के सभी चिकित्सक एवं अस्पताल हडताल पर बैठ चले जाऐंगे।
अटल आयुष्मान योजना पर भी प्रहार-
सरकार जिस प्रकार से सभी निजी अस्पतालों पर एक दबाव बनाने की कोशिश कर रही है कि अटल आयुष्मान योजना मे सभी पैकेज को शामिल कर इलाज किया जाऐ। आई.एम.ए उत्तराखण्ड द्वारा सरकार के इस प्रस्ताव पर इतने कम मुल्यो पर इलाज नही किया जाऐगा। यदि सरकार मुल्यों मे बढोतरी करे तो फिर आईएमए उत्तराखण्ड द्वारा विचार किया जाऐगा। – डा0 बी0एस0जज (अध्यक्ष) आई.एम.ए, उत्तराखण्ड