IPL Auction 2021 : आईपीएल से खत्म होती जा रही क्रिकेट की आत्मा, करोड़ों में नीलाम होते खिलाड़ी – विशेष रिपोर्ट

शंभू नाथ गौतम (वरिष्ठ पत्रकार) : आज क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए नीलामी, लाटरी, बिक गया, दांव लगाया, न जाने क्या-क्या शब्दों का प्रयोग किया जाने लगा है । यह क्रिकेट के नए शब्द सुन उस दौर के खिलाड़ियों को अफसोस जरूर होता होगा । जब-जब आईपीएल मैच में खिलाड़ियों की नीलामी होती होगी तब क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी रहे कपिल देव, सुनील गावस्कर, श्रीकांत, मदनलाल, सैयद किरमानी, रोजर बिन्नी आदि को अपना दौर याद आता होगा । इस आईपीएल टूर्नामेंट ने क्रिकेट की मूल आत्मा को नष्ट कर दिया है । यह खेल अब पैसा कमाने का जरिया बन चुका है । ये भी सच है आज क्रिकेट फास्ट, महंगा खेल हो गया है । बात कर रहे हैं आईपीएल की । इंडियन प्रीमियर लीग 2021 सीजन के लिए गुरुवार को कई खिलाड़ियों पर जमकर पैसा बरसा तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में क्रिकेटरों की नीलामी हो रही है । नीलामी के दौरान खिलाड़ियों को जैसे नोटों की माला पहनाई गई हो । खिलाड़ियों का भाव करोड़ों में रखा गया । आईपीएल की आठ फ्रेंचाइजी 61 स्थानों को भरने के लिए बोली लगा रही हैं। आज नीलामी के दौरान क्रिस मॉरिस, काइल जेमिसन, कृष्णप्पा गौतम और रिचर्ड्सन सबसे महंगे बिके। मॉरिस 16.25 करोड़, जेमिसन 15 करोड़, गौतम 9.25 करोड़ और रिचर्डसन 14 करोड़ में बिके । इन चार गेंदबाजों पर फ्रेंचाइजी ने कुल 54.5 करोड़ खर्च किए गए हैं। अब तक 14वें सीजन के लिए 40 खिलाड़ियों की नीलामी हो चुकी है। इनमें से 17 विदेशी हैं। बता दें कि आईपीएल की लोकप्रियता का सबसे मुख्य कारण पैसा और ग्लैमर दोनों हैं । यहां एक टूर्नामेंट खेलकर ही खिलाड़ी करोड़पति बन जाते हैंं। वहीं बीसीसीआई टीमों की भी जमकर कमाई होती है। मालूम हो कि 13 वर्ष पहले 2008 में ललित मोदी ने ये क्रिकेट बोर्ड को आईपीएल शुरू करने का आइडिया दिया था, तब शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन ये सोच इतनी आगे पहुंच जाएगी और पैसे कमाने का सबसे बड़ा जरिया बन जाएगी।

आईपीएल टूर्नामेंट को बिजनेस के हिसाब से ही तैयार किया गया :-

आपको बता दें कि आईपीएल खेल के मैदान में राष्ट्रहित या फिर खेल से जुड़ी भावना कम दिखाई पड़ती है, बल्कि पैसा और बिजनेस, शोहरत पाने के लिए दुनिया भर के खिलाड़ी इसमें शामिल होना पसंद करते हैं । आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग में हर ओर चकाचौंध, पैसों की बारिश, खिलाड़ियों की दोगुनी-चौगुनी कीमत, मैदान पर क्रिकेट और बाउंड्री पर चीयर लीडर्स आईपीएल में ये यही सब होता है। क्रिकेट में यही बदलाव है । बता दें कि आईपीएल हर गुजरते साल के साथ और लोकप्रिय होता गया । वहीं इस खेल के दर्शक भी इसे देखने के लिए बेताब रहते हैं । यह एक क्रिकेट टूर्नामेंट है, जिसे कमर्शियल प्रॉपर्टी के तौर पर विकसित किया गया है । टीम मालिकों के लिए ये सिर्फ क्रिकेट का गेम नहीं बल्कि बिजनेस गेम है। शायद इसलिए बाजार के एक्सपर्ट इसे आईपीएल नहीं बल्कि ‘इंडियन पैसा लीग’ भी कहते हैं । इसके जरिए कई कंपनियों को भी अपना एक्सपोजर बढ़ाने में मदद मिलती है और वे अपने विज्ञापन के बदले करोड़ों रुपये देने को तैयार रहती हैं। आईपीएल का प्रमुख बिजनेस प्लान यह है कि कॉरपोरेट्स को क्रिकेट से जोड़कर ऐसा रास्ता तैयार किया जाए, जहां से पैसा आए। यह भी सच है कि बहुत से लोग तो आईपीएल के मैच के दौरान क्रिकेट देखने के बजाय चीयर लीडर्स को देखने के लिए टिकट खरीद लिया करते हैं।

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