देवभूमि उत्तराखंड अपनी आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत हेतु देशभर में प्रशिद्ध है। ऐसे में आज भारत के जाने माने संत उत्तराखंड सरकार में पर्यटन और संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज को स्वामी विवेकानंद सर्किट एवं अन्य आध्यात्मिक सर्किटों के निर्माण के लिए एक समारोह के दौरान ‘स्वामी विवेकानंद देवभूमि सम्मान 2021’ से सम्मानित किया गया।
बता दे कि राज्य में स्वामी विवेकानंद सर्किट एवं अन्य आध्यात्मिक सर्किटों के निर्माण के लिए रामकृष्ण मिशन आश्रम और संस्कार परिवार देवभूमि ट्रस्ट देहरादून ने किशनपुर स्थित स्वामी विवेकानंद नेत्रालय सभागार में मंगलवार को पर्यटन और संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज को संतों ने ‘स्वामी विवेकानंद देवभूमि सम्मान 2021’ से सम्मानित किया।
वही इस दौरान पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मंदिर पुस्तकालय के दर्शन करने के साथ ही आश्रम में रूद्राक्ष पौधे का रोपण किया गया। पर्यटन मंत्री द्वारा विवेकानन्द वेदालय में एक वार्ड का भी भ्रमण किया गया। स्वामी विवेकानन्द पर्यटन सर्किट के लिये स्वामी विवेकानन्द देवभूमि सम्मान 2021 सन्तों द्वारा प्रदान किया गया।
साथ ही सतपाल महाराज ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद अकसर कहा करते थे कि उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता का उनके जीवन पर अमिट प्रभाव पड़ा है। यहां के नैसर्गिक सौंदर्य का शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता। उसका अनुभव करना है तो आपको उत्तराखंड आना होगा। यहां के पहाड़ों, नदियों, झीलों, घाटियों, वनस्पतियों, पेड़-पौधों में ऐसा चुंबकीय आकर्षण है कि कोई चाहे भी तो उनके प्रभाव से बच नहीं सकता। उसी प्रभाव को उजागर तथा उसका अवलोकन कराने हेतु हमने ‘स्वामी विवेकानंद पर्यटन सर्किट’ तैयार किया है।
ऐसे में स्वामी विवेकानन्द स्मृति आश्रम के संस्थापक आचार्य विपिन जोशी ने कहा कि संस्कार परिवार देवभूमि ट्रस्ट देहरादून द्वारा यह पहला सम्मान है जो पर्यटन मंत्री जी को दिया गया। उन्होंने कहा कि भविष्य में विशिष्ट क्षेत्रों में कार्य करने वाले व्यक्तियों को इस सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
इस दौरान रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव आत्मानन्द जी महाराज, 108 महन्त कृष्ण गिरी जी महाराज, महापौर देहरादून सुनील उनियाल (गामा) आदि मौजूद रहे।