सीएम धामी ने फिर जीता दिल ‘कृषि और उद्यान भूमि के क्रय पर लागाया रोक’ संगमन ने बताया एतिहासिक फैसला

समाजिक संस्था संगमन ने सीएम धामी के फैसलें का किया स्वागत

देवभूमि उत्तराखंड को बने 23 वर्ष से अधिक समय हो चुका है, इन वर्षों में देवभूमि ने पलायन और बेरोजगारी की खूब मार झेला। रोजगार के साधन, अच्छे अस्पताल और स्कूलों की कमी के कारण ज्यादातर लोग देश के दुसरे राज्यों पर निर्भर करते हैं या फिर प्रदेश के मैदानी जिलों में। वही प्रदेश के गांव के गांव खाली और बंजर हो चुके है।

ऐसे में सभी तत्कालीन मुख्यमंत्रीयों ने अपने अपने स्तर पर कई कदम जरुर उठायें पर वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा कदम उठाते हुये ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट करा कर अगामी दिनों में रोजगार के नये अवसर की नीव रख दी।

बता दें कि इसके बाद से देश विदेशों के कई बड़े औद्योगिक घराने उत्तराखंड में जमीन क्रय कर उस पर अपनी कंपनी स्थापित करेगी जिससे सबसे ज्यादा स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा। इन कंपनियों से रोजगार के नये अवसर भी मिलेंगे और स्व-रोजगार के लिये नया मार्ग तैयार होगा। वहीं कंपनियों के विस्तार से सड़कें, स्कूल, अस्पताल सहित कई अन्य प्रकार के विकास नजर आने की उम्मीद दिखने लगी है।

यहां आपको यह भी बता दे कि उत्तराखंड के हितों से सरोकार रखने वालें लाखों लोगों को यह भय भी सताने ने लगा है कि अगर बेतहासा बाहरी लोग बड़े निवेश करेंगे और उनकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जायेगी तो कुछ वर्षों बाद उत्तराखंड की अपनी लोक विरासतें और संस्कति पतन के मार्ग पर चली जायेगी।

ऐसे में आम उत्तराखंड वासियों में डर का भी माहौल बना हुआ है, जिसके वजह से गत वर्षों में सशक्त भू-कानून और मूल निवास प्रमाण-पत्र की मांग खूब उठने लगी है। पिछलें दिनों राजधानी देहरादून में हजारों की संख्या में लोग एकजुट हो कर अपनी सरकार से भू-कानून और मूल निवास को लेकर बड़ा अन्दोलन तक किया था। जिसमें बुजुर्ग, महिला, पूर्व सैनिकों सहित युवाओं की संख्या सबसे अधिक थी।

बहरहाल सूबे के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी जन भावनाओं का सम्मान किया और आन्दोलन के तीसरे ही दिन उत्तराखंड में कृषि और बागवनी हेतु उपयोग में लाने वाली भूमि के क्रय पर रोक लगाने का बड़ा फैसला कर दिया। उसके बाद आन्दोलनकारियों ने इस फैसलें को एतिहासिक फैसला बताया।

साथ ही राजधानी देहरादून की जानी-मानी समाजिक संस्था “संगमन” ने अपनी कार्यकरणी की बैठक बुलाई जिसमें संस्था के संयोजक वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र अग्रवाल की अध्यक्षा में उत्तराखंड में कृषि व उद्यान के उद्देश्य से भूमि क्रय करने पर रोक लगाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्णय का जोरदार स्वागत किया गया।

इस अवसर पर संयोजक सुरेन्द्र अग्रवाल ने सीएम धामी के इस फैसले को उत्तराखंड के लिए हितकारी बताते हुये आगे कहा कि संगमन संस्था भी उत्तराखन्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के संकल्प में मजबूती से सहभागिता हेतु प्रतिबद्ध हैं।

इस दौरान संस्थापक सदस्य बिजेंद्र यादव, रचना गर्ग, रोहित गुप्ता, स्वप्निल सिन्हा, कार्यकारणी सदस्य डाo गार्गी मिश्रा, प्रमोद बेलवाल, विवेक श्रीवास्तव मौजूद रहें ।