शनिवार को देहरादून के यूपीईएस विश्वविद्यालय में अपने 21वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया और अकादमिक व शोध के क्षेत्र में हासिल की गई उत्कृष्ट उपलब्धियों का उत्सव मनाया।
इस अवसर पर 2,656 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रही। अकादमिक वर्ष 2022-23 के दौरान छात्रों के बेहतरीन कार्यों को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान 15 स्वर्ण पदक, 61 रजत पदक, सीसीई ग्रेजुएट्स को 6 सिल्वर प्लेट और 24 प्रशस्ति पत्र भी वितरित किए गए।
इस दौरान राज्यपाल जनरल गुरमीत सिंह ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुये कहा कि यूपीईएस भारत में 52वा रैंक वाला विश्वविद्यालय है तो यहा से पास होने के बाद छात्र छात्राए नौकरी पाने वाला नही नौकरी देने वाला बनेंगे। उन्होने समूचे विश्व को एक रास्ट्र कहते हुए आगे कहा कि एक दिन भारत ही विश्व का नेतृत्व करेंगा। उन्होने पीएम मोदी की बात को दुहराते हुये कहा कि जन जवान, जय किसान, जय विज्ञान के बाद अब जय अनुसंधान है। यानि हमें अपने संस्थाओं का सम्मान करना है।
साथ ही उन्होने यह भी कहा कि यूपीईएस ने आज लगभग 29 करोड़ छात्रवृत्ति दी है और अर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निशुल्क शिक्षा भी दे रहा है जो वाकई में प्रशंसा योग्य है। उन्होनें नई आईटी उपक्रमों और एआई तकनीकी की जम कर तारीफ की। वही उन्होंने यह भी हमें अपने जीवन में बिनावजह खुश होना सिखना पड़ेगा।
बता दें कि दीक्षांत समारोह में डॉ. राम शर्मा, वाइस चांसलर, यूपीईएस ने कहा, “हमें अपने दूरदर्शी अकादमिक विशेषज्ञों, प्रोफेसरों, छात्रों, शोधार्थियों और बदलाव लाने वालों की शानदार उपलब्धियों पर बेहद गर्व है जो बढ़-चढ़कर अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए बिना थके काम करते हैं। चूंकि आप अनंत संभावनाओं की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं, हमें उम्मीद है कि आप तमाम बाधाओं को पार करना जारी रखेंगे, बिना डरे नए-नए इनोवेशन करेंगे और दूरगामी बदलाव लाएंगे। चुनौतियों को अवसर बनाएंगे और उज्ज्वल भविष्य को आकार देने की दिशा में अपनी इच्छाओं के हिसाब से आगे बढ़ेंगे।
इस अवसर पर देश के जाने माने म्यूज़िक कम्पोजर ललित पंडित को सम्मानित भी किया गया।
इस दौरान एचईआरएस के चेयरमैन शरद मेहता, विधिक के डीन अभिषेक सिन्हा सहित विश्व विद्यालय के तमाम प्रोफेसर मौजूद रहें।