उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डाo धन सिंह रावत की अगुवाई में स्वास्थ्य महकमें से एक सुखद खबर आई है कि राज्य भर में अब तक 62 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आईडी) तथा 54 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। राज्य के मैदानी व पर्वतीय क्षेत्रों में आयुष्मान भव अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी बनाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान की हर स्तर पर निगरानी की जा रही है ताकि मार्च 2024 तक प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों की आभा आइडी तथा पांच वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।
वही राज्य में चिकित्सा सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं सुलभता को लेकर राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग मार्च 2024 तक प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों की आभा आईडी व आयुष्मान कार्ड बनाने के लक्ष्य को हासिल करने में जुटा है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक 62 लाख 69 हजार 338 लोगों के आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आईडी) बनाये जा चुके हैं। जिनमें से 4 लाख 3 हजार 105 आभा आईडी विगत 17 सितम्बर 2023 से संचालित ‘आयुष्मान भव अभियान’ के तहत बनाई गई हैं।
बता दें कि देहरादून जनपद में अबतक कुल 1318990 आभा आईडी बनाई गई हैं। जबकि नैनीताल में 727771, हरिद्वार 1027120, ऊधमसिंह नगर 787596, पौड़ी गढ़वाल 456124, अल्मोड़ा 351181, टिहरी गढ़वाल 360786, पिथौरागढ़ 287832, चमोली 244178, बागेश्वर 147535, चम्पावत 168874, उत्तरकाशी 204927 तथा रूद्रप्रयाग जनपद में 135138 आभा आईडी बनाई गई हैं, जबकि राष्ट्रीय पोर्टल पर तैयार 51286 आभा आईडी का चिन्हिकरण किया जा रहा है।
ऐसे में राज्य में अब तक 54 लाख 38 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। जिनमें से 2 लाख 12 हजार 920 आयुष्मान कार्ड आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत बनाये गये हैं। अल्मोड़ा जनपद में अब तक कुल 2 लाख 72 हजार आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। इसी प्रकार बागेश्वर में 1 लाख 20 हजार, चमोली 2 लाख 12 लाख, चम्पावत 1 लाख 23 हजार, देहरादून 11 लाख 15 हजार, हरिद्वार 9 लाख 13 हजार, नैनीताल 5 लाख 17 हजार, पौड़ी गढ़वाल 3 लाख 92 हजार, पिथौरागढ़ 2 लाख 37 हजार, रूद्रप्रयाग 1 लाख 28 हजार, टिहरी गढ़वाल 3 लाख 39 हजार, ऊधमसिंह नगर 8 लाख 84 हजार तथा उत्तरकाशी जनपद में 1 लाख 86 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। आयुष्मान भव अभियान प्रदेश में निरंतर चलाया जा रहा है, जिसकी मॉनिटिरिंग स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार की जा रही है। अभियान के तहत प्रत्येक जनपद की सभी चिकित्सा इकाईयों में लोगों के आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी बनाई जा रही है, इसके साथ ही दोनों प्रकार के कार्डों के बनाने को लेकर आम लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है।