बृहस्पतिवार को उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या देहरादून स्थित निजी सिनेमा हॉल पहुंची, जहां उन्होंने अपनी विभागीय बहनों के साथ द केरला स्टोरी मूवी देखी।
साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस मूवी को देखकर स्तब्ध हैं साथ ही उन्होंने कहा कि वह इसे बनाने वाले फ़िल्म मेकर के हिम्मत क़ी तारीफ करती हैं कि जिन्होंने ऐसी फ़िल्म बनाई और उसका साहस किया।
वही मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि इस मूवी को देश के हर कॉलेज और यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में दिखाई जानी चाहिए ताकि वहाँ पढ़ने वाले हर लड़के व लड़की अपने कल्चर को समझ सके और आगे से किसी भी ट्रैप में नहीं फसे।
बता दें कि रेखा आर्या द्वारा अपने अनुभवों को बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ साझा करते हुए कहा कि यह एक फिल्म मात्र नहीं हैं, बल्कि वर्तमान में स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली घातक घटनाओं का स्वरूप है, जिसे संवेदनशील तरीके से दिखाये जाने का फिल्म एक सशक्त माध्यम है। आज बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ इस फिल्म को देखने का मेरा एक ही उद्देश्य था कि ऐसी स्थिति में समाज में बेटियों एवं महिलाओं को बहुत ही सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ऐसे मुद्दे पर यदि वह समय रहते जागरूक हो जायेंगी तो वह अपने और इस समाज को सुरक्षित कर आदर्श राष्ट्र के निर्माण करने मे अपना सहयोग दे सकती है। वहां हमें बालिकाओं एव महिलाओं को प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है, उक्त घटनाओं के कारण आज हम बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो रहे हैं।
उन्होने यह भी कहा कि मेरी यही अभिलाषा है कि किशोरियां एवं महिलाएं अपने को मानसिक रूप से मजबूत करें एवं समाज विराधी घटनाओं से सर्तक रहें। उनके द्वारा इस अवसर पर प्रतिभागियों को स्वास्थ्य किट का भी वितरण किया गया।
इस दौरान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना एवं महिला सशक्तिकरण विभाग के अधिकारी और लड़कियाँ मौजूद रहीं।