देश का कोई भी राज्य हो, वहाँ की सरकार द्वारा चलाई जा रही तमाम योजनाओं को जनता के मध्य पहुंचाने की जिम्मेदारी उस राज्य के सूचना एवं जन/लोक सम्पर्क विभाग की होती है। अगर सूचना विभाग मुस्तैदी से सरकार की योजनाओं को जनता के बीच पहुंचाने का कार्य करे तो सरकार और जनता को इसका शत प्रतिशत लाभ मिलता है।
बता दें कि गुरुवार 23 मार्च को उत्तराखंड के धामी सरकार के 1 वर्ष पूरे हुए, इस समय अवधि में सरकार द्वारा प्रदेश की जनता के हितों में अनेकों बड़े फैसलें लिये गयें। साथ ही सरकार ने प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में बड़े स्तर के कार्यक्रम आयोजित कर अपने सरकार की उपलब्धियों से जनता को सीधे अवगत कराया।
इसी क्रम में राजधानी देहरादून की कमान स्वयं सूबे के मुखिया सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संभाली, दून के रेंजर्स ग्राउंड में सीएम धामी ने हजारों लोगों को संबोधित कर सरकार द्वारा पहले वर्ष में जनता के लिये किए गयें कार्यों का उल्लेख किया और सरकार की जनता के प्रति जिम्मेंदारी को बताया।
वही आप यह भी जान लें की इस बड़े और सफल आयोजन के पीछे सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग (उत्तराखंड) का अहम योगदान रहा, इसमे विभाग की सरकार के प्रति प्रतिबद्धता भी दिखीं और मेहमान-नवाजी की तो जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम।
आपको यह भी बता दे कि उत्तराखंड में कई अहम विभाग संभाल रहें आईएएस अधिकारी बंशीधर तिवारी ने जब से सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग (उत्तराखंड) के महानिदेशक का दायित्व संभाला है उसके बाद से विभाग सरकार के साथ साथ पत्रकारों के हितों का ख्याल और संरक्षण करने लगी है।
साथ ही डीजी बंशीधर तिवारी के पत्रकारों और अपने सह कर्मियों के साथ सरलता और उदारता के व्यव्हार के सब बड़े प्रशंसक है। सोशल मीडिया के साथ ही मुह-जुवानी भी चारों ओर डीजी साहब के चर्चाएं होती ही रहती है। ‘पत्रकार तो पत्रकार होता है, छोटा बड़ा नही’ इस महान सोच के साथ बंशीधर तिवारी सूचना निदेशालय के तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रेरित करते चलें आ रहेंं है।
ऐसे सूचना निदेशालय के कार्यालय अध्यक्ष अपर निदेशक सूचना अशीष त्रिपाठी हो या संयुक्त निदेशक के एस चौहान और नीतिन उपाध्यक्ष या फिर उप निदेशक मनोज श्रीवास्तव हो या रवि बिजारनियाँ सभी सरकार/जनता और पत्रकारों के बीच समन्वय स्थापित करने में अपनी शत-प्रतिशत भूमिका निभा रहें हैं।
इतना ही नही सरकार के पहली वर्ष गांठ पर निदेशालय के सहायक निदेशक एल पी भट्ट, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पान सिंह बिष्ट या सूरेश भट्ट, प्रशांत रावत सहित अनेकों कर्मियों के साथ साथ वही जिला सूचना कार्यालय देहरादून के डीआईओ बद्री प्रसाद नेगी हो या इन्द्रेश कोठरी सभी ने अपनी अहम भूमिका निभाई।