शंभू नाथ गौतम (वरिष्ठ पत्रकार) : तीन दिनों से राजधानी देहरादून में खराब मौसम की वजह से रफ्तार थमी हुई थी। लेकिन शनिवार सुबह से ही चटक धूप ने इस शहर की रौनक बढ़ा दी। धूप निकलने का इंतजार सत्तारूढ़ भाजपा सरकार भी कर रही थी। इसका कारण था कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए देहरादून आगमन को लेकर कई दिनों से तैयारियों में लगे हुए थे। जैसे ही आज सुबह मौसम साफ हुआ भाजपा नेताओं के चेहरों पर मुस्कान लौट आई। मुख्यमंत्री धामी और उनके कैबिनेट मंत्री प्रधानमंत्री के स्वागत में सुबह से ही उत्साहित नजर आए। बता दें कि उत्तराखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री का यह दौरा महत्वपूर्ण रहा। दोपहर 12:30 बजे पीएम मोदी देहरादून के जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर उतरने के बाद वहां से हेलीकॉप्टर से सीधे दोपहर करीब एक बजे परेड ग्राउंड पहुंचे। सबसे पहले पीएम मोदी ने यहां 18 हजार करोड़ रुपए की विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें लगभग 8300 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा शामिल है। उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव-2022 से पहले देहरादून पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में भाजपा के लिए शनिवार को चुनावी रण का शंखनाद कर दिया। उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परेड ग्राउंड के मंच पर पहुंचे। यहां सबसे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबोधन किया। सीएम धामी मंच पर पीएम मोदी के बगल में ही बैठे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने धामी की पीठ भी थपथपाई। अब परेड ग्राउंड पर जनता प्रधानमंत्री को सुनने की प्रतीक्षा कर रही थी।
पीएम मोदी ने एक बार फिर देवभूमि से जोड़ा अपना आत्मीय रिश्ता :-
पीएम मोदी ने अपने चिर परिचित अंदाज में एक बार फिर से देवभूमि के लोगों को अपना मुरीद बनाया।परेड ग्राउंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के लिए विकास योजनाओं का पिटारा खोला। इसके साथ उन्होंने चुनाव की बिसात भी बिछा दी। परेड ग्राउंड पर भीड़ को देखकर पीएम मोदी गदगद नजर आए। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत गढ़वाली भाषा में की। लगभग 50 मिनट के अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को विधानसभा चुनाव की तैयारियों का भी मूलमंत्र दे गए। हालांकि पूरे भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर विधानसभा चुनाव का उल्लेख नहीं किया। लेकिन उन्होंने ‘मिशन 22’ पर ही फोकस रखा। अपने भाषण के दौरान शुरुआत प्रधानमंत्री ने बहुत ही सधे अंदाज से की लेकिन कुछ देर बाद वह अपने पूरे फॉर्म में नजर आए। मंच से बोलते हुए प्रधानमंत्री ने एक बार फिर देवभूमि से अपना लगाव और विकास को लेकर विजन बताया। जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। पार्टी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि पहले योजनाओं के नाम पर उत्तराखंड में घपले हुए, 10 साल तक ऐसी सरकार रही जिसने समय बर्बाद किया। आज उत्तराखंड में विकास की गंगा बह रही है। बीते वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद आज ये दिन आया है। ये परियोजनाएं इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी। इस दौरान मंच पर मुख्यमंत्री धामी के अलावा राज्यपाल गुरमीत सिंह और केंद्रीय मंत्री और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, अजय भट्ट समेत आदि लोग उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने इन विकास योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया :-
प्रदेश में चुनावी बिगुल फूंकने के साथ ही पीएम मोदी ने 18 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण कर प्रदेश को सौगात भी दी। उन्होंने दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जंक्शन से देहरादून तक), चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट देहरादून का शिलान्यास किया। दून में अत्याधुनिक इत्र और सुगंध प्रयोगशाला (सुगंधित पौधों के लिए केंद्र) का भी उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने उत्तराखंड को कुल 18,000 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी। बता दें कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 175 किमी होगी। करीब 8600 करोड़ रुपये की लागत से हाईवे बनाया जाएगा। आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा एवं निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए हाईवे बनाया जा रहा है। दिल्ली-देहरादून के बीच सड़क से यात्रा का समय आठ घंटे से घटकर करीब ढाई घंटे का सफर हो जाएगा। वन्यजीवों के अवरोध रहित आवागमन के लिए यह एशिया का सबसे बड़ा 12 किमी वन्यजीव एलिवेटेड कॉरिडोर होगा। इन योजनाओं का हुआ लोकार्पण । 120 मेगावाट की व्यासी जलविद्युत परियोजना (लागत 1777 करोड़) आल वेदर रोड परियोजना में देवप्रयाग से श्रीकोट तक सड़क का चौड़ीकरण (257.34 करोड़) आल वेदर रोड परियोजना में ब्रह्मपुरी से कौडियाला तक चौड़ीकरण व डक्ट निर्माण (248.22 करोड़)आल वेदर रोड परियोजना के तहत लामबगड़ में भूस्खलन क्षेत्र का उपचार (107.68 करोड़) आल वेदर रोड परियोजना में साकनीधार, श्रीनगर व देवप्रयाग में भूस्खलन क्षेत्रों का उपचार (75.9 करोड़) हिमालयन कल्चर सेंटर (67 करोड़) स्टेट आफ आर्ट परफ्यूमरी एंड एरोमा लैबोरेट्री देहरादून (40 करोड़)। इन योजनाओं का किया गया शिलान्यास। 175 किमी लंबा दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (8600 करोड़) दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे हरिद्वार, हलगोवा, बहादराबाद तक जुड़ाव (2082 करोड़) हरिद्वार रिंग रोड: मनोहरपुर से कांगड़ी (1602 करोड़) लक्ष्मणझूला के निकट सेतु निर्माण (69.263 करोड़) देहरादून-पांवटा साहिब (1695 करोड़) नजीबाबाद-कोटद्वार एनएच का चौड़ीकरण (86 करोड़) बदरीनाथ धाम में आधारभूत सुविधाओं का विकास (220 करोड़) गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में आधारभूत सुविधाओं का विकास (54 करोड़) हरिद्वार मेडिकल कालेज (538 करोड़) देहरादून में जलापूर्ति, सड़क व ड्रेनेज सिस्टम (724 करोड़) चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट देहरादून (58 करोड़) है।