देहरादून (स्वप्निल) : शुक्रवार को राजधानी देहरादून के हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र, गढ़ी कैंट में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने ‘‘उमँगोत्सव-2023’’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।
वही उन्होंने राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्य को विशिष्ट पहचान दिलाने वाली कई प्रतिभाओं को ‘मैं उत्तराखण्ड हूँ’ सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियां दी गई।
इस अवसर पर राज्यपाल ने सम्मानित होने वाले लोगों को बधाई दी और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन लोगों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर के राज्य का मान बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि ओहो रेडियो द्वारा अपनी स्थापना के 04 वर्षों में राज्य की कला-संस्कृति, संगीत, खानपान आदि को बढ़ाने और प्रचार-प्रसार करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यक्रमों के माध्यम से नई प्रतिभाओं की खोज करने के साथ-साथ प्रतिभाओं को सभी के सम्मुख लाने का यह कार्यक्रम सराहनीय पहल है। इस कार्यक्रम के माध्यम से देश और दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले लोगों को एक मंच प्रदान किया है।
ऐसे में राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड ने अपनी स्थापना के 23 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। यह राज्य अलौकिक, दिव्य होने के साथ-साथ वेलनेस, योग, आयुर्वेद, मर्म जैसे माध्यम से पूरे विश्व को ऊर्जा देने की क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि हमें देश का अग्रणी राज्य बनने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, इंवेस्टमेंट और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विशेष प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज विश्व का हर क्षण बदल रहा है, हर एक क्षण में एक नया आविष्कार हो रहा है, यह सदी टेक्नोलॉजी की सदी है। समय के साथ बदलती इन परिस्थितियों में हमें स्वयं को ढ़ाल कर इसका हिस्सा बनना चाहिए।
बता दें कि “मैं उत्तराखण्ड हूँ” अवॉर्ड से लवराज धर्मशक्तू एवं उनकी धर्मपत्नी रीना धर्मशक्तू, अध्यापक आशीष डंगवाल, एरीज मुक्तेश्वर के कम्प्यूटर इंजीनियर मोहित जोशी एवं नेशनल अवार्ड विनर “एक था गाँव’’ की डायरेक्टर सृष्टि लखेड़ा को सम्मानित किया गया।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल भी मौजूद रहें।