शंभू नाथ गौतम (वरिष्ठ पत्रकार) : अमेरिका में पिछले 4 साल से अधिकांश बड़े मीडिया समूह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विचारधाराओं से सहमत नहीं रहे । अपने पूरे कार्यकाल के दौरान ट्रंप का मीडिया से टकराव बना रहा । दूसरी ओर मीडिया ने भी राष्ट्रपति ट्रंप की कई नीतियों का खुलकर विरोध भी किया । दोनों के बीच 4 साल तक तनातनी बनी रही है, यही नहीं डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में भी अपनी हार का ठीकरा अमेरिकी मीडिया पर ही फोड़ा था । अब हम बात करेंगे नए राष्ट्रपति जो बाइडेन की ।बाइडेन ने बुधवार को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली । शपथ के तुरंत बाद नए राष्ट्रपति ने देश को संबोधित भी किया, बाइडेन का यह संबोधन दुनिया के तमाम देशों ने सुना । अमेरिकी राष्ट्रपति के संबोधन का कई देशों ने स्वागत किया, जब जो बाइडेन स्पीच दे रहे थे उस समय ट्रंप का आलोचक रहा अमेरिका मीडिया ध्यान से उनकी एक-एक बातों को सुन रहा था । अमेरिकी मीडिया चैनलों के साथ अखबारों ने भी बाइडेन के इस विचारधारा को एकजुटता का संदेश बताया । द वॉशिंगटन पोस्ट की वेबसाइट ने अपने पहले पेज पर बड़े अक्षरों में लिखा, ‘हिस्ट्री मेड, द वर्क बिगिंस’ यानी कि (इतिहास रचा गया और अब काम शुरू ) अखबार ने बाइडेन के पेरिस समझौते और विश्व स्वास्थ्य संगठन में वापसी, मास्क अनिवार्य करने जैसे शुरुआती फैसलों की खूब जमकर प्रशंसा की । वहीं द न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी वेबसाइट पर बाइडेन के शपथ ग्रहण से जुड़ी खबर के बारे में ‘डेमोक्रेसी हेज प्रिवेल्स’ (लोकतंत्र की जीत हुई) लिखा। दूसरी ओर अमेरिका के चर्चित फॉक्स न्यूज के पत्रकार वॉलेस ने कहा कि, मेरा अब तक सुना गया सबसे अच्छा शपथ ग्रहण भाषण है ।
यूएस मीडिया अब नए राष्ट्रपति बाइडेन के साथ तालमेल चाहते हैं :-
इसक साथ सीएनएन मीडिया नेे अमेरिकी राष्ट्रपति के भाषण की खूब तारीफ की । सीएनएन की ओर से कहा गया कि यह कोई पक्षपातपूर्ण भाषण नहीं था। यह न सिर्फ वैचारिक सीमाओं के पार जाने का, बल्कि वापस रास्ते पर लौट आने का निमंत्रण भी था। यह शालीनता और शिष्टाचार दर्शाता है । सीएनएन ने कहा कि यह भाषण लोकतंत्र की जड़ों के बारे में था न कि राजनीति के बारे में। सही मायने में मीडिया 4 साल से डोनाल्ड ट्रंप को लेकर असहज महसूस कर रहा था, उनकी विदाई के बाद अब अमेरिकी मीडिया नए राष्ट्रपति बाइडेन के साथ तालमेल बिठाकर आगे बढ़ना चाहते हैं , जो कि पहले दिन ही शपथ ग्रहण के दौरान ही मीडिया के तमाम बड़े चैनलों और अखबारों ने बाइडेन की नीतियों का खुलकर समर्थन किया । अब आपको बताते हैं शपथ के बाद जो बाइडेन ने क्या कहा, जिसका अमेरिकी मीडिया गुणगान करने में लगा हुआ है ।
यह लोकतंत्र की जीत है, हम मिलकर अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएंगे :-
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शपथ ग्रहण के बाद कहा कि यह जश्न का समय है। यह अमेरिका का दिन है। ‘यह लोकतंत्र की जीत हैै, आज नया इतिहास बन रहा है। बाइडेन ने कहा कि हमने जिंदगी में ढेर सारी चुनौतियां देखी हैंं’ । अमेरिका और उसकी सेना हर चुनौतियों से मुकाबला करने के लिए तैयार है। ‘मैं पूरे अमेरिका का राष्ट्रपति हूं और सबकी तरक्की खुशहाली और सबकी रक्षा के लिए हूं।बाइडेन ने कहा कि हम मिलकर अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएंगे, हम अमेरिका की एकता के लिए प्रतिबद्ध हैंं’ । अमेरिका पहले से ज्यादा मजबूत होगा। मैं लोकतंत्र और हर अमेरिकी की रक्षा करने का वादा करता हूं। कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच बुधवार को जो बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बन गए।
अमेरिका के अब तक सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति बने जो बाइडेन :-
यहां हम आपको बता दें कि 78 वर्षीय बाइडेन सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति बनने वाले अमेरिका के पहले व्यक्ति हैं। देश के मुख्य न्यायाधीश जॉन राबर्ट्स ने उन्हें शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के दौरान पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश, बराक ओबामा, बिल क्लिंटन, रिपब्लिकन नेता मैककार्थी और मैक्कोनल मौजूद रहे। दूसरी ओर राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण से चंद घंटे पहले ही तमाम सवालों को दरकिनार करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस छोड़ दिया लेकिन यह भी कह गए कि वह लौटकर आएंगे, चाहे उनकी भूमिका किसी दूसरे रूप में क्यों न हो । गौरतलब है कि ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लिया। इस तरह उनके राष्ट्रपति पद का विवादों से भरा कार्यकाल पूरा हुआ। अपने कार्यकाल के दौरान डोनाल्ड ट्रंप कई बार अमेरिकी मीडिया से भिड़ते हुए नजर आए ।