उत्तराखंड का विधानसभा शीतकालीन तीन दिवसीय सत्र शुरू हो रहा है । इस बार सत्र में सबसे खास बात यह है कि राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सदन में शामिल नहीं हो सकेंगे । कोरोना संक्रमित होने की वजह से सीएम इन दिनों होम आइसोलेट में है । वैसे कहा जा रहा है कि वह वर्चुअल के सहारे इस सत्र से जुड़ सकते हैं । सोमवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में पहले दिन दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के अलावा कुछ और पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि देने के बाद कोई काम नहीं होगा । वहीं इस बार प्रश्नकाल और शून्य काल नहीं होगा । कोरोना संकट के साये में हो रहे शीतकालीन सत्र को लेकर विशेष सावधानी बरती जा रही है। प्रत्येक विधायक के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया गया है और रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद ही उन्हें सत्र में प्रवेश की इजाजत होगी। दूसरी ओर विधानसभा सत्र में हंगामे के आसार है । विपक्षी दल कांग्रेस सरकार से कई मुद्दों पर जवाब भी मांगने के लिए तैयार है । कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार से किसान आंदोलन, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर विपक्ष की सरकार को घेरने की तैयारी है। कांग्रेस काम रोको प्रस्ताव भी लेकर आएगा। यहां हम आपको बता दें कि मंगलवार यानी 22 दिसंबर को प्रदेश सरकार 4000 करोड़ से अधिक का अनुपूरक बजट पास कराएगी।