लोकसभा चुनाव 2019 जैसे जैसे पास आता जा रहा है वैसे वैसे सभी राजनैतिक दलों मे हलचल बढती जा रही है। चुनाव मे विजय पताखा लहराने के लिए सभी दलो मे कुछ खास योजना पर कार्य किया जा रहा है। सत्ता धारी NDA, विपक्ष की UPA या महागठबंधन हो या फिर तमाम क्षेत्रीय दल सबने अपने अपने स्तर पर विशेष रणनीति तैयार करने मे जुट गये है।
राजनैतिक तौर पर उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और बिहार यहा सबसे ज्यादा लोकसभा की सीटेे है और इन्ही राज्यों मे क्षेत्रीय दले भी अत्यंत प्रभावशाली है। केन्द्र की सरकार चलाने वाली मुख्य राजनैतिक दल भारतीय जनता पाट्री ने खास रणनीति के तहत इन राज्यो पर कार्य कर रही है। क्योकि इन्ही राज्यों मे कांग्रेस का प्रभाव भी कम होता रहा है। ऐसे मे इस बार मुख्य विपक्षी राजनैतिक दल कंाग्रेस भी इन राज्यों मे जोर शोर से कार्य कर रही है। तो वही महागठबंधन बना कर क्षेत्रीय दले भी लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पाट्री को अपने तेवर दिखा रहे है।
यह चुनाव भी किसी के लिए भी आसान नही है प्रत्येक पाट्र्रीयां लागातार जीत के दावंे तो कर रही है परन्तु मुख्य चारो राज्य जहां क्षेत्रीय पाट्र्रीयां एकजृट होकर कार्य कर रही उन राज्यों मे किसी भी राजनैतिक दल की राह आसान नही है।
बूथ सम्मेलन मे कानपुर पहुचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अमित शाह ने कहां की ये महागठबंधन नही ठगबंधन है देश को एक स्थायी प्रधानमंत्री चाहिऐ जो स्वतंत्र रूप से बिना किसी दबाव मे कार्य कर सके। उन्होने कहां कि उत्तरप्रदेश और बिहार मे खास कर क्षेत्रीय पाट्रीयां जो एक जुट हो कर कार्य कर रहे है उससे भाजपा को सीधा फायदा होगा ।
ये जो बुआं, बबुआं और भाईया, बहनां यानि की फोर बी है ये सब देखते रह जाऐंगे भाजपा फिर से जीतेगी एवं एक बार फिर देश मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे एनडीए की सरकार बनेगी।- राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा अमित शाह