उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा देहरादून मे आयोजित रन अगेस्ट ड्रग्स, रन फौर लाइफ विषय पर मैराथन का आयोजन किया गया जिसमे देश विदेश से लोगो ने भाग लिया। जिसमे हजारो की संख्या मे बच्चे, बुर्जुग एवं दिव्यागों ने भाग लिया साथ ही देश के अनेक राज्यो एवं विदेशो के प्रतिभागी भी शामिल हुऐ।
दौड प्रारंभ होने से पहले मुख्य अतिथि स्वरूप कार्यक्रम मे पधारे प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने युवाओं से अपील की है कि हर प्रकार के नशे से दूर रहे तथा नशे के विरुद्ध अभियान में सक्रिय भागीदारी करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा न केवल युवा पीढ़ी को शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर करता है बल्कि देश को कमजोर करने का सुनियोजित प्रयास है। उन्होंने कहा कि युवा ना केवल स्वयं नशे से बचें अपितु अन्य लोगों को भी नशे के खिलाफ जागरूक करें। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि नशा मात्र व्यक्तिगत समस्या नहीं है बल्कि इसके व्यापक सामाजिक, आर्थिक व राष्ट्रीय दुष्प्रभाव है। युवा पीढ़ी अपने परिवार व समाज की मर्यादाओं, विश्वास व सम्मान को बनाए रखें तथा नशे से दूर रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने उपस्थित प्रतिभागियों को नशे के विरुद्ध अभियान की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने उत्तराखंड पुलिस को नशे के खिलाफ अभियान के उद्देश्य से मैराथन आयोजित करने हेतु शुभकामनाएं दी। उसके बाद सीएम रावत ने हरी झंडी दिखा कर दौड को रवाना किया।
इस अवसर पर नवनिर्वाचित मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा, पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी, अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक राम सिंह मीणा, डीआईजी अजय रौतेला, एसएसपी देहरादून, एसएसपी एसटीएफ सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजुद रहे।
अब जाने मैराथन मे क्या कुछ रहा खास :-
20 राज्यों के लगभग 20,000 लोगो ने भाग लिया।
ढाई हजार स्कूली छात्रों भाग लिया।
12 देशों के 53 विदेशियों भाग लिया।
दिव्यांगो ने भरा सभी धावको मे जोश ।
ओपन वर्ग मे विदेशी धावको का दबदबा
ओपन वर्ग मे इथोपिया के अबेरा केटेमा ने पुरुष वर्ग और जिनासोर्क अम्बी ने महिला ओपन वर्ग का गोल्ड मेडल जीता ।
ओपन पुरुष वर्ग में केन्या के इब्राहिम ने रजत और इथोपिया के ताया बबेकर ने कांस्य पदक जीता।
महिला वर्ग में इथोपिया की केरेन जेबेट ने रजत एवं ब्रिगिड जेरोनो ने कांस्य पदक जीता।
वही पुरूष वर्ग 21किमी मे अतिम कुमार (हरियाणा) को स्वर्ण, मुकेश राण (देहरादून) को रजत एवं जगदीश राम (देहरादून) को कास्ंय पदक मिला ।