पूर्व आर.बी.आई गवर्नर उर्जित पटेल के अचानक इस्तीफे के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को उसका नया गवर्नर मिल गया है। वित्त आयोग के सदस्य शक्तिकांत दास को आरबीआई का 25वां गवर्नर बनाया गया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर के पद पर उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है। शक्तिकांत दास इससे पहले आर्थिक मामलों के सचिव के पद पर भी अपने सेवाएं दे चुके हैं।
61 वर्षीय अर्थशास्त्री शक्तिकांत दास मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले में भी इनकी प्रमुख भूमिका रही थी। सरकार की तरफ से लिए गए इस फैसले का ड्राफ्ट बनाने वालों में दास भी शामिल थे। दास भारत सरकार के वित्त मंत्रालय और डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेंडिचर के जॉइंट सेक्रटरीए तमिलनाड़ु सरकार के स्पेशल कमिश्नर और रेवेन्यू कमिश्नरए इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के सेक्रटरी के साथ साथ कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।
तमिलनाडु के 1980 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। दास पहले भारत के पंद्रहवीं वित्त आयोग और जी 20 में भारत के शेरपा के सदस्य थे। आईएएस अधिकारी के रूप में अपने करियर के दौरान उन्होंने भारतीय और तमिलनाडु सरकारों के लिए विभिन्न पदों पर कार्य किया।
जाने कुछ और भारतीय रिजर्व बैंक के नये गवर्नर के बारे मे :-
शक्तिकांत दास का जन्म उडीसा मे 26 फरवरी 1957 को हुआ।
शक्तिकांत दास भुवनेश्वर से दसवी एवं बारहवी किया।
शक्तिकांत दास दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.ए. और एम.ए. किया है
शक्तिकांत दास आई आई एम. बैंगलौर से एन.आई.बी.एम किया।
शक्तिकांत दास आई आई एम कोलकाता से बी.पी.एम का डिप्लोमा कोर्स किया।
शक्तिकांत दास अपने करियर का प्रारंभ आई.ए.एस. आफिसर के तौर पर किया।
शक्तिकांत दास केन्द्र सरकार के अनेको महत्वपूर्ण पदो पर अपनी सेवाएं दी।
शक्तिकांत दास ने नोटबंदी और जीएसटी के पक्ष मे रहे है।
शक्तिकांत दास के सामने अनेको चुनौतियां भी है बैंको का एन.पी.ए. बढता जा रहा है केन्द्र सरकार के साथ तालमेल बैठा कर अर्थव्यस्था को आगे बढाने की बडी जिम्मेदारी है।